नितिन गडकरी ने राजस्थान को दी 8,341 करोड़ रुपये की सौगात, गहलोत ने की गडकरी की जमकर तारीफ

नितिन गडकरी ने कहा कि हम जल्द टोल नाके खत्म करने का प्लान कर रहे हैं. जिसमें गाड़ियों में जीपीएस लगाए जाएंगे. इसमें गाड़ी को जीपीएस से ट्रैक कर पैसे अपने आप कट जाया करेंगे. जिस पर अगले 2 साल में काम किया जाएगा.

नितिन गडकरी ने राजस्थान को दी 8,341 करोड़ रुपये की सौगात, गहलोत ने की गडकरी की जमकर तारीफ

केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने गुरुवार को राज्य में 18 परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया। इस दौरान मुख्यमंत्री अशोक गहलोत केंद्र मंत्री वीके सिंह और राज्य के मंत्री शामिल रहे। इस दौरान कुल 1127 किलोमीटर सड़कों का उद्घाटन और शिलान्यास किया गया। इन परियोजनाओं में लगभग 1,127 किलोमीटर लंबी सड़कें बनाई जाएंगी. इस हाईवे प्रोजेक्ट  के निर्माण में करीब 8,341 करोड़ रुपये का खर्च आने की संभावना है.। 

कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए नितिन गडकरी ने कहा कि हम जल्द टोल नाके खत्म करने का प्लान कर रहे हैं. जिसमें गाड़ियों में जीपीएस लगाए जाएंगे. इसमें गाड़ी को जीपीएस से ट्रैक कर पैसे अपने आप कट जाया करेंगे. जिस पर अगले 2 साल में काम किया जाएगा.

गडकरी ने कहा कि जयपुर रिंग रोड का काम काफी समय से बंद पड़ा था। बहुत कठिनाई में ये प्रोजेक्ट था। मैने बैंक के लोगों को बुलाकर प्रोजेक्ट को टेकओवर किया। जिसके बाद एनएचआई ने खर्चा कर काम पूरा किया है। जिसके लिए सभी को धन्यवाद दूंगा।


नितिन गडकरी ने कहा कि मैं गहलोत जी से कहना चाहूंगा की राजस्थान में टूरिज्म के लिए राजस्थान में काफी जिले हैं. यहां लेक टूरिज्म को बढ़ाने की जरूरत है. सी प्लेन की सुविधा शुरू कीजिए. जो पानी और धरती दोनों पर उतरते हैं. जिससे टूरिस्ट एक झील से उड़कर दूसरी झील में उतरें.


वहीं मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि अब राजस्थान पहले जैसा नहीं है. अब राजस्थान में सड़कों का जाल बिछ गया है. पहले कहते थे कि गुजरात से जब राजस्थान आते हैं. तब यदि नींद खुल जाए तो समझो की राजस्थान आ गया. लेकिन अब ऐसी स्थिति नहीं है.इसके अलावा मुख्यमंत्री गहलोत ने दिल्ली जयपुर हाईवे को लेकर कहा कि जयपुर दिल्ली रोड का न जाने किस मुहूर्त में शिलान्यास हुआ था. 10 साल बाद भी उसका काम पूरा नहीं हो सका है. उन्होंने केंद्रीय मंत्री गडकरी से जल्दी काम पूरा करने की मांग की. जिस पर तुरंत गडकरी ने भी आश्वासन दे दिया. सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय ने एक आधिकारिक बयान में कहा है इससे राजस्थान में विकास का मार्ग प्रशस्त करने से लेकर, राज्य में बेहतर संपर्क, सुविधा और आर्थिक विकास होगा.