मध्य प्रदेश में फिर नया सियासी बबाल, गोडसे जिंदाबाद के लगे नारे

टैंगलाइन में लिखा है” अगर गरीब होना गुनाह है तो मैं भी शिवराज” सभी बीजेपी कार्यकर्ताओं से इस टैगलाइन को डीपी रखने की अपील की गई है।

मध्य प्रदेश में फिर नया सियासी बबाल, गोडसे जिंदाबाद के लगे नारे

मध्य प्रदेश में सियासी पारा आसमान पर है, नेताओं के जूबानी सियासी हमले भी  तेज रफ़्तार पर है,एक ओर जहां उपचुनाव के लिए प्रचार-प्रसार का दौर तेजी से जारी है, वहीं दूसरे के प्रति सियासी बयानबाजी भी जमकर हो रही है। ऐसे में बीजेपी ने मैं भी चौकीदार के तर्ज पर एक अलग कैंपेन की शुरुआत की है, जिसके टैंगलाइन में लिखा है” अगर गरीब होना गुनाह है तो मैं भी शिवराज” सभी बीजेपी कार्यकर्ताओं से इस टैगलाइन को डीपी रखने की अपील की गई है। इससे पहले साल 2019 के लोकसभा चुनाव में नरेंद्र मोदी के समर्थन में मैं भी चौकीदार कैंपेन की शुरुआत की गई थी।


कांग्रेस नेता ने सीएम शिवराज को भूखा नंगा कहा था। इस बयान पर निशाना साधते हुए बीजेपी ने मैं भी शिवराज हूं कैंपेन की शुरूआत की है। वहीं प्रचार की तेज होती रफ्तार को देखते हुए कांग्रेस ने नया मुद्दा छेड़ दिया। आपको बता दें कि चुनावी माहौल में एक बार फिर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के हत्यारे के जिंदाबाद के नारे लगे। जिसपर कांग्रेस ने सिंधिया परिवार पर निशाना साधते हुए सवाल किया कि कहीं ये आपकी शह पर तो नहीं..? कांग्रेस पार्टी के ग्वालियर चंबल संभाल के मीडिया प्रभारी केके मिश्रा ने ट्वीट कर कहा कि ग्वालियर में आज राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी के हत्यारे गोडसे के जिंदाबाद के नारे लगे। उसकी प्रतिमा लौटाने की मांग हुई। हत्या में शामिल सिंधिया परिवार बताए क्या यह उनकी शह पर तो नहीं ? इतने बड़े अपराध पर शिवराज जी खामोश क्यों है।

मध्य प्रदेश उपचुनाव  को लेकर राजनीतिक पार्टियों की ओर से हर हथकंडे अपनाए जा रहे है। वहीं उपचुनाव में राष्ट्रपिता गांधी जी के हत्यारे गोडसे के जिंदाबाद के नारे ने चुनावी समीकरण में नया मोड़ ला दिया है। वही पहले पोस्टर वार फिर उसके बाद नारियल को लेकर काफी सियासत हुई MP में आये दिन कोई न कोई सियासी घटनाक्रम चलता आ रहा हैI