MP Election 2020: सिंधिया के करीबी मंत्री के बयान से खड़ा हुआ नया विवाद
इमरती देवी ने उपचुनाव के मद्देनजर एक बयान देकर नया विवाद खड़ा कर दिया है। जिस पर मध्य प्रदेश कांग्रेस ने मंत्री इमरती देवी की शिकायत चुनाव आयोग से की है।
मध्य प्रदेश में आगामी उपचुनाव को देखते हुए परिस्थितियां पल-पल बदल रही है। एक तरफ जहां जनसंपर्क के लिए नेताओं के दौरे हो रहे हैं वहीं दूसरी तरफ प्रचार प्रसार में भी तेजी आई है। शिवराज सरकार की कैबिनेट और सिंधिया के करीबी मंत्री इमरती देवी अपने बयानों को लेकर हमेशा सुर्खियों में रहती है। एक बार फिर अपने बयान को लेकर इमरती देवी चर्चा में आ गई है।
इमरती देवी ने उपचुनाव के मद्देनजर एक बयान देकर नया विवाद खड़ा कर दिया है। जिस पर मध्य प्रदेश कांग्रेस ने मंत्री इमरती देवी की शिकायत चुनाव आयोग से की है। जिस पर अब मुख्य निर्वाचन कार्यालय ने ग्वालियर कलेक्टर से जवाब मांगा है।
सोशल मीडिया पर इमरती देवी का एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें इमरती देवी ग्रामीणों से यह कहते हुए नजर आ रही है कि जिस कलेक्टर से कहेंगे चुनाव में वह सीट उनकी हो जाएगी। इसके बाद कांग्रेस ने चुनाव आयोग से शिकायत करते हुए कहा कि जिस तरह से इमरती देवी कह रही है कि उन्हें केवल 8 सीट देखना है जबकि कांग्रेस को 27 सीटें जितनी है..इसके साफ होता है कि बीजेपी सरकार की विधानसभा के उपचुनाव को लेकर नीति और नियत में खोट है।
इमरती देवी का एक और वीडियो वायरल हो रहा है जिमें वे डिप्टी सीएम बनने का दावा कर रही है। वीडियो में ग्रामीणों को संबोधित करते हुए इमरती देवी कह रही है कि ज्योतिरादित्य सिंधिया और शिवराज सिंह चौहान की इच्छा है कि इमरती देवी अच्छे वोटों से जीकर आए तो इस बार उसे डिप्टी सीएम बनाएं। जिस तरह आप लोगों ने मुझे वोट देकर पंचायत अध्यक्ष और विधायक बनाया है, उसी तरह एक बार फिर मुझे जिताएंगे तो ज्योतिरादित्य सिंधिया और शिवराज सिंह जी का मुझे डिप्टी सीएम बनाने की मंशा है।
बाबा साहेब ने कभी नहीं सोचा होगा कि इस प्रकार की राजनीति अपने देश में होगी….सांसद-विधायक के निधन पर उपचुनाव का प्रावधान तो किया लेकिन सौदा हो जाएगा, बोली लग जाएगी और उपचुनाव होंगे। बहरहाल मध्य प्रदेश में उपचुनाव को लेकर सियासी पारा चढ़ा हुआ है। इस दौरान सिंधिया और सिंधिया के करीबी मंत्रियों को आए दिन विरोध का सामना करना पड़ रहा है। इमरती देवी, ज्योतिरादित्य सिंधिया के करीबी मंत्री है..जिस वजह से विरोधियों को सिंधिया को साधने का मौका मिलता है।