अयोध्या: राम मंदिर निर्माण के लिए अबतक मिले लगभग 1 अरब रुपये, इतने क्विंटल चांदी भी मिली दान

श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के गठन के बाद से अब तक लगभग एक अरब रुपए रामलला के खातों में हैं. साथ ही 2 क्विटंल से ज्यादा चांदी भी रामलला को दान के स्वरूप में मिली है

अयोध्या: राम मंदिर निर्माण के लिए अबतक मिले लगभग 1 अरब रुपये, इतने क्विंटल चांदी भी मिली दान

राम भक्तों को जल्द ही खुशी की खबर मिल सकती है. राम मंदिर निर्माण भव्य स्तर पर नवरात्र से शुरू हो सकता है जिसके लिए पाइलिंग का काम ट्रायल के तौर पर करीब-करीब पूरा हो चुका है. लगभग 1200 खंबे ऐसे हैं जिनको पाइलिंग करके इनके ऊपर मंदिर के स्ट्रक्चर को खड़ा किया जाएगा. 

इस काम के लिए 4 खंभों की पाइलिंग का कार्य राम जन्मभूमि परिसर में चल रहा था जिसकी रिपोर्ट नवरात्र तक आएगी. आईआईटी रुड़की के इंजीनियर और कार्यदाई संस्था l&t के इंजीनियर खंबे की शक्ति का परीक्षण कर रहे हैं जिसकी रिपोर्ट नवरात्र के पहले आ जाएगी.

मंदिर निर्माण के कार्य में किसी भी तरीके की आर्थिक समस्या ना हो इसके लिए राम भक्तों ने भी अपने खजाने खोल दिए हैं. श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के गठन के बाद से अब तक लगभग एक अरब रुपए रामलला के खातों में हैं. 

साथ ही 2 क्विटंल से ज्यादा चांदी भी रामलला को दान के स्वरूप में मिली है. ऐसे में श्री राम जन्मभूमि के मंदिर निर्माण के लिए जल्द ही विदेश में बैठे राम भक्त भी दान कर सकेंगे इसकी भी योजना पूर्ण रूप से तैयार हो चुकी है.

2 क्विटंल से ज्यादा चांदी का दान मिला

आपको बताते चलें कि राम मंदिर के निर्माण का कार्य राम जन्मभूमि परिसर में तेज हो चुका है. अत्याधुनिक मशीनों से मंदिर के निर्माण का कार्य चल रहा है. ट्रस्ट के गठन के बाद राम भक्तों ने अपने खजाने खोल दिए हैं और ट्रस्ट के गठन से और अब तक अगर सूत्रों की मानें तो लगभग एक अरब रुपए का दान रामलला के खातों में आ चुका है.

श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के कैंप कार्यालय के प्रभारी प्रकाश कुमार गुप्ता ने बताया कि लगातार प्रतिदिन रामलला के मंदिर निर्माण के लिए दान आ रहा है. लगभग एक अरब रुपए का दान संभवत आ चुका है. 

फिलहाल राम भक्तों से चांदी का दान नहीं लिया जा रहा है क्योंकि 2 क्विटंल से ज्यादा चांदी का दान पहले ही आ चुका है. राम भक्त चांदी के बदले नगद दान सकते हैं. उन्होंन कहा कि राम मंदिर के निर्माण में पैसों की कमी नहीं आएगी. दानदाता लगातार मंदिर निर्माण के बाद में दान कर रहे हैं.