Lakhimpur Kheri में उपद्रव तथा हिंसा के मामले में मंत्री के बेटे आशीष मिश्रा की आज क्राइम ब्रांच के समक्ष पेशी

आशीष मिश्रा को दिन में 11 बजे लखीमपुर खीरी पुलिस लाइंस में क्राइम ब्रांच की टीम के सामने पेश होना है

Lakhimpur Kheri में उपद्रव तथा हिंसा के मामले में मंत्री के बेटे आशीष मिश्रा की आज क्राइम ब्रांच के समक्ष पेशी

लखीमपुर खीरी में बीते रविवार को उपद्रव के बाद हिंसा में चार किसानों सहित आठ लोगों की मृत्यु के मामले में आरोपित केन्द्रीय गृह राज्य मंत्री अजय कुमार मिश्रा टेनी के बेटे आशीष मिश्रा उर्फ मोनू की आज पेशी होगी। आशीष मिश्रा को दिन में 11 बजे लखीमपुर खीरी पुलिस लाइंस में क्राइम ब्रांच की टीम के सामने पेश होना है। किसानों की तरफ से दर्ज कराई गई एफआइआर में आशीष मिश्रा सहित 14 लोगों को नामजद किया गया है।

पुलिस ने आशीष मिश्रा की आज पेशी को देखते हुए पुलिस लाइन को छावनी में तब्दील कर दिया गया है। जगह-जगह बैरिकेड्स लगाए गए हैं। चप्पे-चप्पे पर पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है। आशीष की जांच दल के सामने पेशी को लेकर पुलिस लाइन में सुरक्षा के तगड़े इंतजाम हैं।

लखीमपुर खीरी हिंसा के मामले में दर्ज हुई हत्या की रिपोर्ट के मुख्य आरोपित केन्द्रीय मंत्री के बेटे आशीष मिश्र मोनू के घर गुरुवार देर शाम पुलिस ने नोटिस चस्पा की थी जिसमें उनको शुक्रवार को पुलिस की अपराध शाखा के समक्ष तलब किया गया था लेकिन, मोनू नहीं आया। शुक्रवार को फिर एक नोटिस उनके घर में चस्पा की गई है, जिसमें शनिवार को 11 बजे पुलिस की अपराध शाखा के समक्ष तलब किया गया है। पुलिस के बड़े अधिकारियों से संकेत मिले हैं कि अगर शनिवार को भी मोनू क्राइम ब्रांच की टीम के साथ पूछताछ के लिए नहीं आया तो सख्त कार्रवाई होगी।

उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी की हिंसा के केस का सुप्रीम कोर्ट ने स्वत: संज्ञान लेने के बाद साफ-साफ शब्दों में कह दिया है कि वो जांच से संतुष्ट नहीं हैं। इस बारे में उत्तर प्रदेश के कानून एवं विधि मंत्री ब्रजेश पाठक ने कहा कि उत्तर प्रदेश में अपराध व अपराधी को लेकर जीरो टॉलरेंस पॉलिसी है। मंत्री पाठक ने कहा कि लखीमपुर खीरी में हिंसा को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पहले ही कह दिया है कि सिर्फ आरोप पर किसी के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं होगी। इस मामले में जो भी दोषी होगा, उसको किसी भी कीमत पर राहत भी नहीं दी जाएगी। किसी भी मामले को सरकार रफा—दफा नहीं किया जा रहा है। सभी तथ्यों की जांच हो रही है और जो दोषी जांच में सामने आएगा उसके खिलाफ कार्रवाई जरूर होगी।