जम्मू-कश्मीर में जमीन कानून के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करने पर महबूबा मुफ्ती को हिरासत में लिया गया

जम्मू-कश्मीर में जमीन कानून के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करने पर महबूबा मुफ्ती को हिरासत में लिया गया

जम्मू-कश्मीर में जमीन की खरीद फरोक्त करने के लिए केंद्र सरकार ने कानून में बदलाव कर नए नियमों को लागू कर दिया है। जिसका जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती  के पार्टी ने विरोध किया है। उनकी पार्टी कार्यकर्ताओं ने विरोध करते हुए इस कानून के खिलाप प्रदर्शन किया तो पुलिस ने महबूबा समेत उनके कई नेताओं को हिसासत में ले लिया है।


हिरासत में लेने के बाद पूर्व मुख्यमंत्री ने कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए सरकार के कार्यों पर सवाल खड़ किए हैं। उन्होंने ट्वीट करके कहा है कि श्री नगर में पीडीपी के ऑफिस को जम्मू-कश्मीर प्रशासन द्वारा सील कर दिया गया है। कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर लिया गया है। जबकि वह शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे थे। अब दर्जनों कार्यकर्ताओं और नेताओं को गिरफ्तार कर लिया गया है।

सुप्रीम कोर्ट में वकील विनीत जिंदल ने कहा है कि जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री ने देश की चुनी हुई सरकार के खिलाफ लोगों को भड़काने की कोशिश की है। इसलिए उनके खिलाफ आईपीसी की धारा 121, 151, 153A, 295, 298, 504, 505 के तहत मामला दर्ज किया जाना चाहिए। उन्होंने दिल्ली पुलिस कमिश्नर को पत्र लिखकर यह मांग की है। 


इससे पहले जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती बिहार चुनाव में धारा 370 को लेकर पीएम नरेंद्र मोदी के दिये बयान से बेहद खफा नजर आई। महबूबा नाराज इस कदर हुई कि उन्होंने घोषणा कर डाली कि जब तक जम्मू-कश्मीर में धारा 370 फिर से बहाल नहीं की जाती है,तब तक वो चुनाव नहीं लड़ेगी। इससे कश्मीर में खलबली मच गई है। उन्होंने भारतीय झंडे को भी खारिज कर दिया है।