IED ब्लास्ट: छत्तीसगढ़ के सुकमा में नक्सलियों ने किया IED ब्लास्ट, विस्फोट में CRPF के असिस्टेंट कमांडेंट शहीद
विस्फोट में कोबरा बटालियन के असिस्टेंट कमांडेंट नितिन भालेराव शहीद हो गए.
सुकमा के ताड़मेटला में सर्च पर निकले जवान नक्सलियों के लगाए आइईडी की चपेट में आ गए। विस्फोट में कोबरा बटालियन के असिस्टेंट कमांडेंट नितिन भालेराव शहीद हो गए. उन्होंने रायपुर में आज सुबह लगभग साढ़े तीन बजे अंतिम सांस ली. शहीद नितिन भालेराव नासिक, महाराष्ट्र के मूल निवासी थे. रायपुर में इलाज करा रहे बाकी सात घायलों की हालत स्थिर है और उन्हें खतरे से बाहर माना जा रहा है.
Total 10 personnel were injured & one died in an IED blast in Sukma, Chhattisgarh last night.
— ANI (@ANI) November 29, 2020
8 injured personnel were heli lifted to Raipur in the midnight for further treatment. Two injured are being treated at CRPF Hospital, Chintalnar: CRPF
सीआरपीएफ की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक, आठ घायल जवानों को रात में ही हेलिकॉप्टर के जरिए रायपुर लाया गया है। दो घायलों का इलाज CRPF अस्पताल, चिंतलनार में ही चल रहा है। बस्तर आईजी सुंदरराज पी ने पुष्टि करते हुए बताया कि ब्लास्ट बुर्कापाल कैंप से 6 किलोमीटर की दूरी पर ही हुआ. नक्सलियों की मौजूदगी की सूचना पर ऑपरेशन शुरू किया गया था. जवान देर शाम जब ताड़मेटला गांव के करीब जंगल में थे तब नक्सलियों ने बारूदी सुरंग में विस्फोट कर दिया. इस घटना में 10 जवान घायल हो गए. जानकारी के मुताबिक जवानों को ज्यादा चोटें आई हैं। घायलों को काफी मशक्कत के बाद वहां से निकाला जा सका।
बता दें कि यह वही ताड़मेटला है, जहां 6 अप्रैल 2010 में हुए नक्सली हमले में सीआरपीएफ के 76 जवान शहीद हुए थे। इस दौरान करीब एक हजार नक्सलियों के बीच डेढ़ सौ जवान फंस गए थे। नक्सली घटनाओं के लिए चर्चा में रहने वाले बस्तर में यह अब तक का सबसे बड़ा नक्सली हमला था।
स्पाइक होल ने भी किया जख्मी
जानकारी के अनुसार सर्चिग से वापसी के दौरान हुए विस्फोट के अलावा स्पाइक होल में फंसने के कारण भी जवानों को जख्म आए हैं। करीब माहभर में फोर्स ने बड़ी संख्या में जंगल के बीच नक्सलियों के दबाए गए स्पाइक होल बरामद किया है। इसमें लकड़ी के पाटे में लोहे की बड़ी-बड़ी नुकीली कीलें लगी होती हैं। इसे गढ्डे में रखकर ऊपर से घास-फूंस से ढंक दिया जाता है।
चिंतलनार क्षेत्र में सीआरपीएफ के जवानों को गश्त के लिए रवाना किया गया था। सुरक्षा बल के जवान शनिवार देर शाम करीब 8.30 बजे ताड़मेटला गांव के जंगल में थे तब नक्सलियों ने बारूदी सुरंग से धमाका किया। उन्होंने बताया कि घटना के दौरान गोलीबारी होने की जानकारी नहीं मिली है। उन्होंने बताया कि घटना की जानकारी मिलने के बाद घायल जवानों को हेलिकाप्टर के माध्यम से जंगल से बाहर निकाला गया और उन्हें इलाज के लिए रायपुर भेजा गया। फिलहाल इलाके में नक्सलियों के खिलाफ अभियान जारी है।