MP Election: मध्यप्रदेश नारियल को लेकर सियासी तेवर, "शिवराज ने कहा- नारियल लेकर घूम रहा हूं कोई शैम्पेन की बोतल लेकर नहीं"
नारियल लेकर घूम रहा हूं कोई शैम्पेन की बोतल लेकर नहीं घूम रहा। कांग्रेस ने तो विकास के काम कभी किये ही नही
मध्य प्रदेश में सियासी बबाल थमने का नाम नही ले रहा है। मध्यप्रदेश में होने वाले उपचुनाव में वार-पलटवार का दौर तेजी से जारी है, आये दिन कोई न कोई विषय चर्च का बना रहता है, पहले पोस्टर वार, फिर कांग्रेस ने बागियों को लेकर तीखे तेवर दिखाए, अब वही नारियल को लेकर सियासी बबाल मचा हुआ हैI राजनीतिक जगत में नारियल को लेकर बवाल मच गया है जिस पर वार-पलटवार तेजी से जारी है। बता दें कि नारियल वाले बयान के बाद से सियासी गलियारों में एक दूसरे पर पलटवार का खेल चल रहा है। हाल ही में कांग्रेस पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बड़ा हमला बोला है।
दरअसल आपको बता दे की पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने एक बयान में कहा है कि शिवराज सिंह चौहान पहले एक जेब में नारियल रखकर घूमते थे और अब दोनों जेबों में नारियल रखकर घूम रहे हैं, जहां मौका मिला वहां नारियल फोड़कर एक नई घोषणा करते हैं.इस बात को लेकर सियासी तेवर देखने को मिल रहे हैI
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान जेब में नारियल रखकर चलने वाले कांग्रेस के आरोपों पलटवार पर करते हुए कहा- नारियल लेकर घूम रहा हूं कोई शैम्पेन की बोतल लेकर नहीं घूम रहा। कांग्रेस ने तो विकास के काम कभी किये ही नही, हम कर रहे हैं तो कह रहे हैं मुख्यमंत्री नारियल लेकर घूम रहे है! नारियल हमारा स्वभाव है नारियल हमारा संस्कार है। नारियल हम भगवान को अर्पित करते हैं मेरी जनता ही मेरा भगवान है।
शिवराज जी , आपने ठीक कहा कि नारियल पवित्रता का प्रतीक है , सेवा का प्रतीक है ,इसका उपयोग हम पूजा में करते हैं इसीलिए तो मैं कहता हूं कि आप झूठे चुनावी नारियल फोड़कर पवित्रता के प्रतीक इस नारियल का मजाक मत उड़ाइये , इसे गुमराह व भ्रमित करने वाली राजनीति का हिस्सा मत बनाइये।
— Office Of Kamal Nath (@OfficeOfKNath) October 10, 2020
शिवराज सिंह के बयान पर कमलनाथ ने पलटवार करते हुए कहा- शिवराज जी, आपने ठीक कहा कि नारियल पवित्रता का प्रतीक है, सेवा का प्रतीक है ,इसका उपयोग हम पूजा में करते हैं इसीलिए तो मैं कहता हूं कि आप झूठे चुनावी नारियल फोड़कर पवित्रता के प्रतीक इस नारियल का मजाक मत उड़ाइये, इसे गुमराह व भ्रमित करने वाली राजनीति का हिस्सा मत बनाइये। मुझे खुशी होती यदि आप 15 वर्ष जेब में नारियल लेकर चलते लेकिन आप तो सिर्फ चुनाव में ही नारियल लेकर चलते हैं और उसे कहीं भी फोड़ देते हैं , उससे मुझे आपत्ति है।
पोस्टर वार काफी चर्चा में रहा
"कांग्रेस जवान लड़के दिखाकर शादी बूढ़ों से करवाती है"
पायलट की एंट्री से पहले पोस्टर वॉर -इस समय ग्वालियर में एक पोस्टर चर्चा का विषय बना हुआ हैं। ये पोस्टर गुर्जरों द्वारा लगाया गया हैं। जो पायलट के समर्थन में लेकिन कांग्रेस के विरोध में हैं। पायलट को लेकर लगाए गए पोस्टर में लिखा कि कांग्रेस और कितना अपमान और धोखेबाजी उनके साथ करेंगी। कांग्रेस पार्टी ने पायलट को राजस्थान प्रदेश कांग्रेस का अध्यक्ष बनाकर उनसे 5 साल मेहनत करवाई और जब मुख्यमंत्री बनाने का समय आया तो अशोक गहलोत को यह जिम्मेदारी दे दी। पायलट ने जब अपने हक की मांग की तो पद छीन लिया
सिंधिया के खिलाफ पोस्टर- इन पोस्टर्स में सिंधिया से सवाल किया गया है कि उन्होंने जनता के लिए सड़क पर उतरने की बात कही थी। वे जनता के लिए हवाई जहाज छोड़ सड़कों पर कब उतरेंगे। सड़क पर लगाए गए पोस्टर में लिखा है कि- सड़क पर कब आओगे महाराज, सड़क पर उतरने के नाम से गिराई थी सरकार, वादा कर के भूल गए महाराज.