लखनऊ : गोलियों के तड़तड़ाहत से गूंजा विभूति खंड इलाका, मुख्तार के करीबी की गोली मारकर हत्या

राजधानी लखनऊ के विभूति खंड के कठौता चौराहे पर दो गुटों के बीच गैंगवार की घटना से हड़कंप मच गया है. इलाके में ताबड़तोड़ हुई 25-30 राऊंड फायरिंग में मऊ के पूर्व ब्लॉक प्रमुख अजीत सिंह उर्फ लंगड़ा की गोली मारकर हत्या कर दी गई.

लखनऊ : गोलियों के तड़तड़ाहत से गूंजा विभूति खंड इलाका,  मुख्तार के करीबी की गोली मारकर हत्या
राजधानी लखनऊ के विभूति खंड के कठौता चौराहे पर दो गुटों के बीच गैंगवार की घटना से हड़कंप मच गया है. इलाके में ताबड़तोड़ हुई 25-30 राऊंड फायरिंग में मऊ के पूर्व ब्लॉक प्रमुख अजीत सिंह उर्फ लंगड़ा की गोली मारकर हत्या कर दी गई. जबकि साथी मोहर सिंह  और एक अन्य व्यक्ति घायल हो गया. मोहर सिंह के पैर में गोली लगी है जिसके बाद उसे लोहिया अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
 
मौके पर मौजूद लोगों के मुताबिक दो गुटों के बीच 25-30 राउंड फायरिंग हुई. इस दौरान गोली लगने से अजीत सिंह की मौत हो गई. घटना को अंजाम देने के बाद आरोपी मौके से फरार हो गए. सूचना पर पहुंची पुलिस मामले की जांच-पड़ताल में जुटी है. पुलिस को शक है कि आजमगढ़ के एक बाहुबली ने वारदात को अंजाम दिलाया है.
जानकारी के अनुसार तीन बदमाश कठौता झील पर पैदल टहलते हुए आए थे.  जैसे ही पूर्व ब्लॉक प्रमुख अजीत सिंह गाड़ी से यहां पहुंचे, बदमाशों ने उन पर ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी. इसके बाद बदमाश कार में सवार होकर मौके से फरार हो गए. बताया जा रहा कि फायरिंग अजीत सिंह की तरफ से भी की गई है. मौके से पुलिस को 8 खोखे मिले हैं. पुलिस घटनास्थल पर आस पास लगे CCTV फुटेज से हत्यारों की तलाश में जुट गई है.
मौके पर पहुंचे  पुलिस कमिश्नर डीके ठाकुर ने बताया कि अजित सिंह के खिलाफ करीब 5 हत्याओं समेत 18 मुकदमे दर्ज हैं.  इसे हाल ही में 30 दिसंबर 2020 को जिला मजिस्ट्रेट के आदेश पर जिला बदर किया गया है.
बता दें कि अजीत सिंह विधायक सर्वेश सिंह उर्फ सिम्पू सिंह की हत्या के मामले में गवाह थे. विधायक सर्वेश सिंह की 19 जुलाई, 2013 को हत्या कर दी गई थी.
बताया जा रहा है कि अजीत सिंह मऊ जिले के मोहम्मदाबाद गोहाना के रहने वाला था. इनकी पत्नी फिलहाल ब्लॉक प्रमुख हैं. अजीत पहले ब्लॉक प्रमुख रह चुके हैं. अजीत सिंह की हत्या को विधायक शिबू सिंह हत्याकांड से जोड़कर देखा जा रहा है. सूत्रों के मुताबिक अजीत सिंह मऊ जिले के मुख्तार अंसारी का बहुत क़रीबी था.