राजस्थान में कांग्रेस की किसान महापंचायत: श्रीडूंगरगढ़ में एक मंच पर दिखे गहलोत-पायलट, लोकसभा चुनाव के बाद पहली बार एक ही हेलीकॉप्टर में पहुंचे दोनों नेता
जस्थान कांग्रेस ने एकजुटता दिखाते हुए एक मंच से केंद्र की मोदी सरकार पर हमला बोला.
बीकानेर के श्रीडूंगरगढ़ में शनिवार को कांग्रेस ने किसान महापंचायत की। राजस्थान कांग्रेस ने एकजुटता दिखाते हुए एक मंच से केंद्र की मोदी सरकार पर हमला बोला. इसमें मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, पूर्व डिप्टी CM सचिन पायलट और प्रदेश प्रभारी अजय माकन शामिल हुए। महापंचायत के बहाने गहलोत और सचिन पायलट के बीच की दूरी भी कम होते दिखी। दोनों ने न सिर्फ हेलिकॉप्टर, केवल मंच भी साझा किया।
किसान महासभा (Mahasabha) को सम्बोधित करते हुए CM अशोक गहलोत ने जमकर मोदी सरकार पर हमला बोला. CM गहलोत ने कहा कि सरकारें कभी जिद नहीं करतीं. आंदोलन कर रहे किसानों पर रावला में वसुंधरा राजे सरकार में गोलियां चलवाईं. राजे के पहले कार्यकाल में 21 बार फायरिंग हुई. 90 लोग मारे गए. कर्नल बैंसला को हमने समझाकर बात की. हमने एक बार भी लाठीचार्ज तक नहीं होने दिया.
धरने-प्रदर्शन से लोकतंत्र मजबूत होता है, सिर्फ हिंसा नहीं होनी चाहिए यह देखा जाता है और आज क्या हो रहा है... 90 दिन से ज्यादा समय हो गया, ठंड में किसानों को बैठना पड़ा दिल्ली बॉर्डर पर, दुनिया के देशों में हमारी क्या छवि बन रही है....
— Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) February 27, 2021
धनेरू, श्रीडूंगरगढ़ (बीकानेर) किसान सम्मेलन। pic.twitter.com/P6eiAphzmW
डूंगरगढ़ की सभा के लिए CM अशोक गहलोत, सचिन पायलट, कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा, प्रभारी अजय माकन एक ही हेलिकॉप्टर से जयपुर से रवाना हुए। लोकसभा चुनावों के बाद अब जाकर दोनों नेता एक हेलिकॉप्टर में नजर आए हैं। जुलाई में सचिन पायलट की बगावत के बाद दोनों के रिश्ते बहुत खराब हो गए थे।
सचिन पायलट ने अपने भाषण में दिवंगत मास्टर भंवरलाल को याद किया. पायलट ने कहा कि हमने साथ काम किया है. हमें एक बार फिर से सुजानगढ़ की सीट जीतनी है. कांग्रेस की जीत के लिए आज से ही सब काम पर जुट जाएं. उन्होंने यह भी कहा कि केंद्रीय कृषि कानूनों का पार्टी शुरू से विरोध कर रही है.
वहीं कांग्रेस की सभा के दौरान उन्हें विरोध का भी सामना करना पड़ा. प्रदेश प्रभारी माकन के भाषण के दौरान सभा में बैठे बेरोजगारों ने पटवारी भर्ती की मांग कर नारेबाजी शुरू कर दी. जिसके बाद सुरक्षा में तैनात पुलिसवालों ने उन्हें बैठाने की कोशिश की, लेकिन वे नहीं माने. इसके बाद पुलिस उन लोगों को सभा से दूर ले गई. डूंगरगढ़ की सभा में बीकानेर, नागौर और चूरू के लोग शामिल हुए. पूरा फोकस चूरू के सुजानगढ़ विधानसभा क्षेत्र को किया गया है.