नागौर में किसान महापंचायत : किसान आंदोलन को ‘धार’ देने की मुहीम जारी, टिकैत ने किये वीर तेजाजी महाराज के दर्शन
केंद्रीय कृषि कानूनों के विरोध में जारी किसान आंदोलन के तहत आज प्रदेश के किसान नागौर में अपनी एकजुटता दिखाई।
भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत राजस्थान के जाट कैपिटल यानि नागौर पहुंचे. जहां बुधवार सुबह टिकैत वीर तेजाजी महाराज (Tejaji Maharaj) के मंदिर पहुंचे. यहां टिकैत ने मंदिर में मत्था टेक कर किसान महापंचायत आंदोलन की सफलता की कामना की. इस दौरान टिकैत के साथ किसान नेता राजाराम मील भी मौजूद रहे.
केंद्रीय कृषि कानूनों के विरोध में जारी किसान आंदोलन के तहत आज प्रदेश के किसान नागौर में अपनी एकजुटता दिखाई। यहां आज हुई किसान महापंचायत को किसान नेता राकेश टिकैत और भीम आर्मी के संस्थापक चंद्रशेखर आजाद सहित अन्य किसान नेता संबोधित किया। किसान संगठनों ने नागौर की इस महापंचायत में भी एक लाख किसानों के पहुँचने का दावा किया है।
बता दें कि लोक देवता तेजाजी (Tejaji Maharaj) को भगवान शिव का ग्याहरवां अवतार माना जाता है. राजस्थान, हरियाणा, यूपी औऱ मध्यप्रदेश में तेजाजी को पूजा जाता है. जाट समुदाय तेजाजी को न सिर्फ अपना आराध्य, बल्कि आदर्श भी मानता है, तेजाजी वचन के पक्के थे. वचन निभाने के लिए उन्होंने अपनी जान तक दे दी थी. लिहाजा जब भी कोई नागौर पहुँचता तो तेजाजी महाराज के दर्शन जरूर करता है. तेजाजी के मथा टेकने के बाद टिकैत ने गांव के सरपंचों से किसान आंदोलन को लेकर चर्चा की.
किसान मोर्चा के जिला कार्यकारिणी सदस्य अर्जुनराम लोमरोड़ ने बताया कि किसान महापंचायत पूर्णत: गैर राजनीतिक आयोजन है। इसमें किसी भी पार्टी के राजनेता मंच पर नहीं रहेंगे। हालांकि उन्होंने किसान महापंचायत को सफल बनाने के लिए जिले के सभी विधायकों एवं सांसदों से आग्रह किया है कि वे किसानों के वोटों से जीते हैं, इसलिए महापंचायत को सफल बनाने में सहयोग करें, लेकिन उन्हें आमंत्रित नहीं किया है, क्योंकि केन्द्र सरकार पहले ही किसान आंदोलन को बदनाम करने के लिए कई प्रकार के आरोप लगा चुकी है, इसलिए किसी भी राजनीतिक दल के नेता को नहीं बुलाया है। लोमरोड़ ने कहा कि प्रधान स्तर तक के नेताओं को आमंत्रित किया है।
नागौर ही नहीं बल्कि टिकैत की महापंचायत को लेकर राजस्थान में मेगा प्लान है. आगामी दिनों में टिकैत जोधपुर, श्रीगंगानगर और राजधानी जयपुर में भी किसान महापंचायत करेंगे.
ये है प्लान
12 मार्च पीपाड़ सिटी, जोधपुर
17 मार्च श्रीगंगानगर
23 मार्च जयपुर
बहरहाल टिकैत की महापंचायतों से केंद्र की मोदी सरकार में खलबली है. क्योंकि इस आंदोलन में अनदाता न झुकने को तैयार है न टूटने तो तैयार है. किसान की शक्ति का तस्दीक देश भर से सामने आ रही यह तस्वीरें भी कर रही है.