किसानों के विरोध से घबराई खट्टर सरकार, सीएम खट्टर-डिप्टी सीएम ने बदला प्लान

गणतंत्र दिवस के मौके पर राज्य के मुख्यमंत्री, डिप्टी सीएम समेत अन्य मंत्री भी अलग-अलग जगहों पर ध्वजारोहण कार्यक्रम में हिस्सा लेते हैं, इनमें अब बदलाव किया गया है.

किसानों के विरोध से घबराई खट्टर सरकार, सीएम खट्टर-डिप्टी सीएम ने बदला प्लान

गणतंत्र दिवस के दिन होनी वाली परेड से ज्यादा चर्चा कल होने वाले ट्रैक्टर मार्च की है. किसानों को दिल्ली पुलिस ट्रैक्टर मार्च की इजाजत दे चुकी है. हालांकि, अभी मार्च के रूट को लेकर किसान नेताओं में आम सहमति नहीं बन पाई है. इस बीच हरियाणा में नेताओं के कार्यक्रम में आनन-फानन में बदलाव किए गए हैं.   गणतंत्र दिवस के मौके पर राज्य के मुख्यमंत्री, डिप्टी सीएम समेत अन्य मंत्री भी अलग-अलग जगहों पर ध्वजारोहण कार्यक्रम में हिस्सा लेते हैं, इनमें अब बदलाव किया गया है.
 
किसानों के विरोध प्रदर्शन के ऐलान को देखते हुए हरियाणा सरकार ने अलग-अलग जगहों पर मुख्यमंत्री और अन्य मंत्रियों के द्वारा किए जाने वाले 26 जनवरी के ध्वजारोहण कार्यक्रम में बदलाव किए हैं.  किसानों से डरी हरियाणा की भाजपा-जजपा सरकार (Khattar Government) ने 26 जनवरी को मुख्यमंत्री मनोहर लाल का गणतंत्र दिवस समारोह का कार्यक्रम रद्द हो गया है। अब मुख्यमंत्री पानीपत में ध्वजारोहण नहीं करेंगे। बल्कि वे अब पंचकूला में गणतंत्र दिवस समारोह के मुख्यातिथि होंगे। वहीं पानीपत में अब चीफ सेक्रेटरी विजय वर्धन तिरंगा फहराएंगे।


राज्यपाल प्रो. सत्यदेव नारायण आर्य अब पंचकूला की बजाय राजभवन में तिरंगा फहराएंगे। 26 जनवरी की शाम राजभवन में एट होम कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा। पानीपत के किसानों ने मुख्यमंत्री के स्वतंत्रता दिवस कार्यक्रम का विरोध करने का अल्टीमेटम दिया था इसलिए कार्यक्रम पानीपत में रद्द करके पंचकूला इसलिए किया गया कि यहां राज्य के बाकी इलाकों की तुलना में प्रदर्शनकारी किसानों का असर कम है।


इसी तरह उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला अंबाला में ध्वजारोहण करेंगे. कई जिलों में किसानों ने ऐलान किया है कि कोई भी सरकारी अधिकारी ध्वजारोहण कर सकता है लेकिन किसी मंत्री को नहीं आने दिया जाएगा. रोहतक और जींद जैसे ऐसे ही इलाकों में अब वहां के डीसी सरकारी कार्यक्रम में ध्वजारोहण करेंगे.


दरअसल सरकार को डर है कि कहीं 26 जनवरी की ट्रैक्टर परेड के लिए भारी संख्या में दिल्ली के लिए जीटी रोड से कूच करने वाले पंजाब व हरियाणा के किसान राज्य में आयोजित गणतंत्र दिवस समारोहों का रुख सकते हैं। ऐसे में कई मंत्रियों के आग्रह पर ध्वजारोहण कार्यक्रमों में अंतिम समय में भी फेरबदल किया गया है।