कमलनाथ ने दिये राजनीति से सन्यास के संकेत, सौंसर की जनसभा में कहा- काफी कुछ हासिल कर लिया, अब मुझे आराम चाहिए

छिंदवाड़ा में सर्थकों को सबोधित करते हुए कमलनाथ ने राजनीति छोड़ने के संकेत दिए है। उन्होंने कहा कि अब मैं आराम करना चाहता हूं।

कमलनाथ ने दिये राजनीति से सन्यास के संकेत, सौंसर की जनसभा में कहा- काफी कुछ हासिल कर लिया, अब मुझे आराम चाहिए

मध्य प्रदेश में कांग्रेस की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही है. इसी साल अच्छी-खासी सरकार गिरने के बाद कांग्रेस को विधानसभा उपचुनाव में भी करारी हार झेलनी पड़ी है.  उपचुनावों में करारी हार मिलने के बाद पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने बड़ा बयान दिया है। छिंदवाड़ा में सर्थकों को सबोधित करते हुए कमलनाथ ने राजनीति छोड़ने के संकेत दिए है। उन्होंने कहा कि अब मैं आराम करना चाहता हूं। मैंने काफी कुछ हासिल किया है। कांग्रेस में लगातार कमलनाथ के खिलाफ उठ रही आवाजों के बीच उनके इस बयान के कई तरह के मायने निकाले जा रहे हैं। कमलनाथ सिर्फ कोई पद छोड़ने की बात कर रहे हैं या फिर राजनीति से विदाई लेने की बात कर रहे हैं, इसपर कयास लग रहे हैं। 


मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ और उनके सांसद पुत्र नकुलनाथ इन दिनों अपने गृह नगर छिंदवाड़ा में हैं. पिता और पुत्र 6 दिन के लिए जिले में आए हैं. कमलनाथ यहां कई कार्यक्रमों में शिरकत कर रहे हैं.  सोमवार को सौंसर विधानसभा क्षेत्र में एक जनसभा को संबोधित करते हुए कमलनाथ ने सवालिए लहजे में कहा कि अब मुझे आराम चाहिए. लेकिन क्या राज्य के युवा और किसानों की स्थिति देखते हुए मुझे आराम करना चाहिए. इस पर रैली में मौजूद जनता ने प्रतिक्रिया दी कि अभी नहीं.

कमलनाथ के इस बयान पर बीजेपी के प्रदेश मीडिया प्रभारी लोकेंद्र पाराशर ने चुटकी ली है. उन्होंने कहा कि पूर्व सीएम ने अपने राजनीतिक संन्यास की घोषणा कर दी है. अब उन्हें भोपाल में अपना सरकारी मकान वापस कर देना चाहिए. वह अपना कारोबार बंद करें और अपने घर में आराम करें. वहीं आराम करने वाले बयान पर जब कमलनाथ से मीडिया ने उनकी प्रतिक्रिया ली तो उन्होंने सफाई में कहा, ''मेरे कहने का मतलब यह था कि जिस दिन छिंदवाड़ा की जनता चाहेगी उस दिन मैं सन्यास लूंगा.''