शराब दुकानें खोलने और दुष्कर्म की घटनाओं पर कमलनाथ का हमला, बोले- शराब प्रेमी है शिवराज सरकार
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने ट्वीट के जरिए शिवराज सरकार के लिए कहा है कि प्रदेश की शिवराज सरकार शराब प्रेमी सरकार है और शराब की दुकानें व शराब के व्यवसाय को बढ़ाने के लिए नित नए निर्णय लेने का काम करती रहती है।
मध्य प्रदेश में बिजली और शराब को लेकर सियासत गरमा गई है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Shivraj government) ने कैबिनेट बैठक में पिछली कमलनाथ सरकार के कुछ फैसले को पलट दिया है। जिसके बाद पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने शिवराज सरकार पर जमकर निशाना साधा है। दरअसल शिवराज सरकार ने 100 यूनिट बिजली खर्च करने पर 100 रुपए बिल की योजना से इनकम टैक्स देने वाले 6 लाख उपभोक्ताओं को बाहर किया जाएगा। सरकार के इस फैसले से बिजली उपभोक्ताओं को बड़ा झटका माना जा रहा है। इस बदलाव के बाद पूर्व मुख्यमंत्री और पीसीसी चीफ कमलनाथ ने शिवराज सरकार (Shivraj government) पर हमला बोला है।
मध्यप्रदेश के उमरिया, खंडवा, सीधी, बैतूल और इंदौर में हुई रेप की घटनाओं के बाद प्रदेश में आक्रोश है। कांग्रेस ने बुधवार को शिवराज सरकार पर निशाना साधा। पूर्व मुख्यमंत्री एवं प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने ट्वीट के जरिए कहा कि प्रदेश में शिवराज सरकार में बहन-बेटियों के साथ दरिंदगी की घटनाएं निरंतर जारी है। बहन-बेटियां चाहती हैं सबसे पहले सुरक्षा, लेकिन कभी पूजन व कभी उम्र के नाम पर गुमराह करने का काम जारी है। सीधी, खंडवा, उमरिया की वीभत्स घटनाओं के बाद अब बैतूल जिले की सारनी व इंदौर की घटना ने प्रदेश को शर्मसार कर दिया है।
मुरैना में जहरीली शराब से 24 लोगों की मौत पर सरकार नए प्रस्ताव पर विचार कर रही है। बीते एक साल रतलाम, उज्जैन और मुरैना में जहरीली शराब पीने से लोगों की मौत हुई है। उसके बाद शिवराज सरकार कांग्रेस के निशाने पर है। नरोत्तम मिश्रा ने कहा था कि शराब के अवैध कारोबार को रोकने के लिए हम शराब दुकानों की संख्या बढ़ा देते हैं। इसे लेकर कांग्रेस बीजेपी से भिड़ गई है।
नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि ग्रामीण इलाकों में दुकानें बढ़ाने का सुझाव इसलिए बेहतर है क्योंकि आबादी के अनुपात में पड़ोसी राज्यों के मुकाबले एमपी में इनकी संख्या बहुत कम है। इस वजह से भी प्रदेश में पड़ोसी राज्यों से अवैध शराब के परिवहन की संभावना बढ़ जाती है।
उन्होंने कहा कि शराब दुकानों के बारे में कांग्रेस दोमुंही बातें कर रही है। कमलनाथ सरकार ने हर 5 किमी की दूरी पर एक दुकान खोलने और ऑनलाइन शराब बेचने का निर्णय लिया था। व्यक्तिगत लाभ के लिए शराब इतनी महंगी कर दी कि अवैध शराब की बिक्री बढ़ गई। यदि यह गलत है तो कांग्रेस इसका खंडन करें।
कमलनाथा ने ट्वीट कर लिखा है कि अब शिवराज सरकार हमारी इस जनहितैषी योजना से मध्यम वर्ग के लोगों को बाहर करने की तैयारी कर रही है। शिवराज सरकार का ये फैसला जनविरोधी है। कोरोना महामारी में पहले से ही आर्थिक संकट से जुझ रहे मध्यमवर्गीय लोगों पर इस निर्णय से बड़ी मार पड़ेगी। सरकार इस निर्णय पर पुनर्विचार करे। इसके अलावा आपको बता दें कि शिवराज सरकार मध्यप्रदेश में शराब की दुकानें बढ़ाने की तैयारी कर रही हैं। जिसको लेकर कमलनाथ ने शिवराज सरकार का घेराव किया।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने ट्वीट के जरिए शिवराज सरकार के लिए कहा है कि प्रदेश की शिवराज सरकार शराब प्रेमी सरकार है और शराब की दुकानें व शराब के व्यवसाय को बढ़ाने के लिए नित नए निर्णय लेने का काम करती रहती है। यदि प्रदेश में शराब की दुकानें बढ़ाई गईं तो कांग्रेस चुप नहीं बैठेगी, हम सदन से लेकर सड़क तक इस जनविरोधी निर्णय का खुलकर विरोध करेंगे।