कालीचरण, मिलिंद और नंद किशोर पर पुणे में भड़काऊ भाषण देने का मामला दर्ज
पुलिस के मुताबिक, पुणे में 19 दिसंबर को नाटुबाग मैदान में एक कार्यक्रम आयोजित किया गया था, यहां आरोपितों ने नफरत भरे भाषण दिए थे जो लोगों को भड़का सकते थे और धार्मिक भावनाओं को आहत कर सकते थे
महाराष्ट्र में पुणे पुलिस ने संत कालीचरण महाराज, मिलिंद एकबोटे, नंदकिशोर एकबोटे और तीन अन्य के खिलाफ पुणे में समस्त हिंदू अघाड़ी द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान कथित रूप से भड़काऊ भाषण देने के आरोप में मामला दर्ज किया है। पुलिस के मुताबिक, पुणे में 19 दिसंबर को नाटुबाग मैदान में एक कार्यक्रम आयोजित किया गया था, यहां आरोपितों ने नफरत भरे भाषण दिए थे जो लोगों को भड़का सकते थे और धार्मिक भावनाओं को आहत कर सकते थे। मामले में नामजद अन्य आरोपितों में मोहनराव शेटे, दीपक नागपुरे और कैप्टन दिगेंद्र कुमार हैं। कालीचरण महाराज महात्मा गांधी के खिलाफ टिप्पणी करने के लिए पहले से ही विवादों में हैं और मिलिंद एकबोटे भीमा कोरेगांव की हिंसा से जुड़े मामलों के आरोपितों में से एक हैं।
महात्मा गांधी के खिलाफ कथित रूप से अपमानजनक टिप्पणी करने के मामले में महाराष्ट्र पुलिस ने संत कालीचरण पर केस दर्ज किया है। कालीचरण महाराज उर्फ अभिजीत सारग अकोला के शिवाजीनगर इलाके के निवासी हैं। उन्होंने छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में रविवार को आयोजित धर्म संसद के दौरान यह टिप्पणी की थी। उन्होंने कथित रूप से महात्मा गांधी के खिलाफ अपमानजनक शब्दों का इस्तेमाल किया था और नाथूराम गोडसे की सराहना की थी। उन्होंने लोगों से यह भी अपील की थी कि वे शासन प्रमुख के रूप में एक दृढ़ हिंदू नेता को चुनें। सोमवार को स्थानीय कांग्रेस नेताओं ने नगर कोतवाली पुलिस स्टेशन के बाहर लोगों की भावनाओं को आहत करने के आरोप में कालीचरण महाराज के खिलाफ प्रदर्शन किया था। स्थानीय कांग्रेस पदाधिकारी प्रशांत गावंडे की शिकायत के आधार पर पुलिस ने संत के खिलाफ आइपीसी की धारा 294 और 505 के तहत मामला दर्ज कर लिया है।