#HathrasGangRape मामले में आय़ा नया मोड़, पीड़िता के परिवार की PFI कनेक्शन की जांच शुरू
सके साथ ही सोशल मीडिया पर अफवाह फैलाने की साजिश की भी जांच की जा रही है
उत्तर प्रदेश के हाथरस कांड में जांच तेज हो चुकी है। इसी क्रम में पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) कनेक्शन की जांच स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) की विशेष यूनिट ने शुरू कर दी है। इसके साथ ही सोशल मीडिया पर अफवाह फैलाने की साजिश की भी जांच की जा रही है। शुरुआती जांच के मुताबिक, चार लड़के और 'भाभी', पीड़िता के घर में मौजूद थे।
बताया जा रहा है कि चारों लड़कों के पास आईफोन था, जो लगातार कहीं बातें करते थे। पीड़िता के घर के बगल के कमरे में हजारों पानी की बोतलें रखी गई थी, ताकि मीडिया और दूसरे लोगों को पानी पिलाया जा सके। परिवार की स्थिति को देखकर ऐसा नहीं लगता कि परिवार मीडिया के लिए ऐसे इंतजामों में सक्षम था।
पीएफआई से जुड़े चार संदिग्ध मथुरा टोल प्लाजा पर पकड़े गए थे। अब एसटीएफ इस बात की जानकारी जुटा रही है कि घर के भीतर रहने वाले लड़के, तथाकथित परिवार की भाभी और सोशल मीडिया पर अफवाह फैलाने वाले लोगों का कोई कनेक्शन था या नहीं। साथ ही मथुरा में पकड़े गए चार लड़कों का रोल क्या था?
एसटीएफ जांच से इतर हाथरस कथित गैंगरेप केस में केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) जांच जारी है। सीबीआई टीम ने मंगलवार को पीड़ित परिवार से एक घंटे तक पूछताछ की। पीड़िता के बड़े भाई ने बताया कि वह घटना के समय घर पर था। इस दौरान सीबीआई ने पीड़िता के भाई से पूछा कि घटना के दिन वह कौन से कपड़े पहने हुए थे?