कोविशील्ड के बाद स्वदेशी कोरोना टीके 'Covaxin' को मिली मंजूरी, कब से शुरू होगा टीकाकरण? जानिए
ड्रग कंट्रोलर जनरल आफ इंडिया ने रविवार को सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया और भारत बायोटेक की वैक्सीन को इमरजेंसी स्थिति में प्रतिबंधित उपयोग की अनुमति दे दी।
कोरोना वायरस महामारी के बीच सभी को इसकी वैक्सीन (Coronavirus Vaccine) का बेसब्री से इंतजार है. ऐसे में कोरोना के खिलाफ जंग में भारत को बड़ी कामयाबी मिली है. दरअसल, देश को पहली स्वदेशी कोरोना वैक्सीन मिल गई है.ड्रग कंट्रोलर जनरल आफ इंडिया ने रविवार को सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया और भारत बायोटेक की वैक्सीन को इमरजेंसी स्थिति में प्रतिबंधित उपयोग की अनुमति दे दी। केंद्रीय औषधि प्राधिकरण की एक विशेषज्ञ समिति ने देसी वैक्सीन ‘कोवैक्सीन’ को कुछ शर्तों के साथ इमरजेंसी इस्तेमाल को मंजूरी देने की सिफारिश की है। मालूम हो कि सीडीएससीओ की एक विशेषज्ञ समिति ने एक दिन पहले ही ऑक्सफोर्ड की वैक्सीन को भारत में आपातकालीन इस्तेमाल की मंजूरी देने की सिफारिश की थी। उम्मीद की जा रही है कि आज डीसीजीआई भारत में कोविड-19 के लिए वैक्सीन को मंजूरी दे देगा।
पुणे स्थित सीरम इंस्टीट्यूट ने क्लिनिकल परीक्षण और ‘कोविशिल्ड’ के निर्माण के लिए ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राजेनेका के साथ भागीदारी की है, जबकि भारत बायोटेक ने इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (आईसीएमआर) के साथ मिलकर ‘कोवैक्सीन’ बनाई है.
10 से 14 दिनों में शुरू होगा टीकाकरण?
AIIMS चीफ डॉ. रणदीप गुलेरिया ने शनिवार को कहा कि आने वाले 10-14 दिनों में COVID-19 वैक्सीन के बड़े रोलआउट की उम्मीद है. आने वाले 10 से 14 दिनों में कोरोना का टीकाकरण शुरू हो सकता है. इससे पहले यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ ने भी यही संकेत दिए थे. कोरोना के घटते मामलों के बीच उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को घोषणा की कि प्रदेश में 14 जनवरी यानी मकर संक्रांति से कोरोना वैक्सीन उपलब्ध होगी.
पूरे देश में शनिवार को हुए वैक्सीन (Corona Vaccine) के ड्राई रन का जायजा लेने के लिए दिल्ली के जीटीबी अस्पताल पहुंचे केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने लोगों से कोविड-19 के टीके के सुरक्षित होने और इसकी प्रभाव क्षमता के बारे में ‘अफवाहों’ और ‘भ्रामक सूचना’ को लेकर गुमराह नहीं होने की अपील की है. साथ ही कहा कि वैक्सीन को मंजूरी देने से पहले किसी भी प्रोटोकॉल के साथ कोई समझौता नहीं किया जायेगा.
सुब्रह्मण्यम स्वामी ने उठाए सवाल
वहीं, इस मसले पर बीजेपी नेता सुब्रह्मण्यम स्वामी ने ट्वीट कर सवाल उठाए हैं. उन्होंने कहा कि, 'भारत बायोटेक एक स्वदेशी कंपनी है, जो पहले ही फेज-III में 13, 000 लोगों पर ट्रायल कर चुकी है. जबकि, अंग्रेजी वैक्सीन का ट्रायल केवल 1200 लोगों पर किया गया है. लेकिन फिर भी उसे ठेका मिला और स्वदेशी खाई में.'