DRDO को बड़ी सफलता: रक्षा क्षेत्र में भारत ने हासिल की नई कामयाबी

भारत ने हाइपरसोनिक मिसाइल का सफल परीक्षण किया है. अमेरिका, रूस और चीन के बाद भारत चौथा ऐसा देश बन गया है

DRDO को बड़ी सफलता: रक्षा क्षेत्र में भारत ने हासिल की नई कामयाबी

भारत और चीन की सीमा पर जारी तनाव के बीच भारत की सैन्य शक्ति में एक और बड़ा इजाफा हुआ है. भारत ने हाइपरसोनिक मिसाइल का सफल परीक्षण किया है. अमेरिका, रूस और चीन के बाद भारत चौथा ऐसा देश बन गया है जिसने खुद की हाइपरसोनिक टेक्‍नोलॉजी विकसित करते हुए इसका सफल परीक्षण किया है.

रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन ने मंगलवार को बड़ी कामयाबी हासिल की है। देश की प्रतिष्ठित सरकारी संस्था रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन ने स्क्रैमजेट प्रपल्सन सिस्टम के इस्तेमाल से हाइपरसोनिक टेक्नॉलजी डिमॉन्स्ट्रेटर वीइकल का सफलता पूर्वक परिक्षण किया। DRDO ने ओडिशा के बालासोर में एपीजे अब्दुल कलाम परीक्षण रेंज से हाइपरसोनिक (Hypersonic missile) स्क्रैमजेट प्रपल्सन सिस्टम का टेस्टिंग की। बता दें कि स्क्रैमजेट प्रपल्सन सिस्टम को पूरी तरह से देश में ही बनाया गया है।

ओडिशा के बालासोर में एपीजे अब्दुल कलाम परीक्षण रेंज से हाइपरसोनिक तकनीक विकसित करने और सफलतापूर्वक परीक्षण करने के बाद सोमवार को भारत संयुक्त राज्य अमेरिका, रूस और चीन के बाद चौथा देश बन गया, जिसके पास हाइपरसोनिक टेक्नॉलजी है।

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने ट्वीट करते हुए कहा- 'मैं प्रधानमंत्री के आत्मनिर्भर भारत के विजन को पूरा करने और यह उपलब्धि हासिल करने के लिए डीआरडीओ की टीम को बधाई देता हूं. मैंने इस प्रोजेक्ट से जुड़े वैज्ञानिकों से बात की है और उन्हें बधाई दी. भारत को उन पर गर्व है.'

रक्षा मंत्री राजनाथ ने ट्वीट कर कहा, 'डीआरडीओ ने आज स्वदेशी रूप से विकसित स्क्रैमजेट प्रोपल्शन सिस्टम का उपयोग कर हाइपरसोनिक टेक्नोलॉजी डिमॉन्स्ट्रेटर व्हीकल का सफलतापूर्वक परीक्षण किया है. इस सफलता के साथ, सभी महत्वपूर्ण प्रौद्योगिकियां अब अगले चरण की प्रगति के लिए स्थापित हो गई हैं.