अफगानिस्तान में तालिबान के बढ़ते खतरे को देखते हुए कई देशों ने अपने नागरिकों को बुलाया वापिस

तालिबान ने अमेरिकी सैनिकों की वापसी के बीच अफगानिस्तान के कई इलाको पर कब्जा जमा लिया है

अफगानिस्तान में तालिबान के बढ़ते खतरे को देखते हुए कई देशों ने अपने नागरिकों को बुलाया वापिस

अफगानिस्तान में तालिबान के बढ़ते खतरे को देखते हुए कई देशों ने अपने नागरिकों को वापस बुला लिया है। इस बीच फ्रांस ने भी मंगलवार को अपने सभी नागरिकों से अफगानिस्तान छोड़ने का आह्वान किया है। तालिबान ने अमेरिकी सैनिकों की वापसी के बीच अफगानिस्तान के कई इलाको पर कब्जा जमा लिया है।

काबुल में फ्रांसीसी दूतावास ने एक बयान में कहा, 'सरकार 17 जुलाई की सुबह काबुल से एक विशेष उड़ान की व्यवस्था करेगी, ताकि पूरे फ्रांसीसी समुदाय को फ्रांस ले जाया जा सके। उन्होंने कहा कि विमान में चढ़ने के लिए कोई किसी को भी कोई भुगतान करने की आवश्यक नहीं होगी।

बयान में कहा गया है कि फ्रांस के दूतावास ने औपचारिक रूप से सभी फ्रांसीसी नागरिकों को इस विशेष उड़ान को लेने या अपने स्वयं के माध्यम से देश छोड़ने की सिफारिश की है। दूतावास ने साफ कर दिया कि वह 17 जुलाई के बाद भी अफगानिस्तान में ठहरने वाले नागरिकों के सुरक्षित प्रस्थान को सुनिश्चित करने में सक्षम नहीं होगा।


अमेरिकी नेतृत्व वाली विदेशी सेनाओं की अफगानिस्तान से वापसी के बाद तालिबान ने मई की शुरुआत से ही देश भर में एक आक्रामक अभियान शुरू किया है। 20 साल तक चले अंतरराष्ट्रीय सैन्य हस्तक्षेप के बाद विदेशी बलों ने मई की शुरुआत में अफगानिस्तान से अपनी अंतिम वापसी शुरू की और अगस्त के अंत तक पूरा होने की उम्मीद है।

अफगानिस्तान में लगातार हिंसा में वृद्धि देखी जा रही है। तालिबान ने अफगानिस्तान के नागरिकों और अफगान सुरक्षा बलों के खिलाफ अपना आक्रमण तेज कर दिया है। तालिबान ने देश भर के कई जिलों पर नियंत्रण कर लिया है, अमेरिकी खुफिया आकलन ने सुझाव दिया है कि अमेरिकी सेना के हटने के महीनों के भीतर देश की नागरिक सरकार आतंकवादी समूह के अधीन हो सकती है।