नीति आयोग की बैठक में पीएम मोदी ने बताया - मूड ऑफ द नेशन' क्या है
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए हुई बैठक में उन्होंने कहा कि निजी क्षेत्र को सरकार के आत्मनिर्भर भारत कार्यक्रम का हिस्सा बनने का पूरा अवसर दिया जाना चाहिए।
प्रधानमंत्री मोदी ने नीति आयोग की गवर्निंग काउंसिल की छठी बैठक में कहा कि भारत में व्यापार करना आसान बनाने (Ease of Doing Business) और आर्थिक विकास को बढ़ावा देने के लिए केंद्र और राज्यों को मिलकर काम करने की आवश्यकता है। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए हुई बैठक में उन्होंने कहा कि निजी क्षेत्र को सरकार के आत्मनिर्भर भारत कार्यक्रम का हिस्सा बनने का पूरा अवसर दिया जाना चाहिए।
पीएम ने कहा कि हमने कोरोना कालखंड में देखा कि कैसे राज्य और केंद्र सरकार ने मिलकर काम किया, देश सफल हुआ. दुनिया में भारत की एक अच्छी छवि का निर्माण हुआ.आज जब देश अपनी आज़ादी के 75 वर्ष पूरे करने जा रहा है तब गवर्निंग काउंसिल की बैठक और महत्वपूर्ण हो गई है. मैं राज्यों से आग्रह करूंगा कि आज़ादी के 75 वर्ष के लिए अपने-अपने राज्यों में समाज के सभी लोगों को जोड़कर समितियों का निर्माण हो. उन्होंने कहा कि केंद्रीय बजट को लेकर सकारात्मक प्रतिक्रिया बताती है कि देश तेजी से विकास के पथ पर आगे बढ़ना चाहता है। कृषि क्षेत्र का उल्लेख करते हुए उन्होंने ने कहा कि खाद्य तेल जैसी कृषि वस्तुओं के उत्पादन और उनके आयात को कम करने के प्रयास किए जाने चाहिए। इससे किसानों को फायदा होगा।
केंद्र सरकार ने विभिन्न सेक्टर्स के लिए PLI schemes शुरू की हैं।
— PMO India (@PMOIndia) February 20, 2021
ये देश में मैन्यूफैक्चरिंग बढ़ाने का बेहतरीन अवसर है।
राज्यों को भी इस स्कीम का पूरा लाभ लेते हुए अपने यहां ज्यादा से ज्यादा निवेश आकर्षित करना चाहिए: PM
2014 के बाद से गांव और शहरों को मिलाकर 2 करोड़ 40 लाख से ज़्यादा घरों का निर्माण किया गया है. देश के 6 शहरों में आधुनिक तकनीक से घर बनाने का एक अभियान चल रहा है, एक महीने में नई तकनीक से अच्छे घर बनाने के नए मॉडल तैयार होंगे.
उन्होंने कहा कि हम ये भी देख रहे हैं कि कैसे देश का प्राइवेट सेक्टर, देश की इस विकास यात्रा में और ज्यादा उत्साह से आगे आ रहा है. सरकार के नाते हमें इस उत्साह का, प्राइवेट सेक्टर की ऊर्जा का सम्मान भी करना है और उसे आत्मनिर्भर भारत अभियान में उतना ही अवसर भी देना है.
पीएम मोदी ने कहा कि आत्मनिर्भर भारत अभियान, एक ऐसे भारत का निर्माण का मार्ग है जो न केवल अपनी आवश्यकताओं के लिए बल्कि विश्व के लिए भी उत्पादन करे और ये उत्पादन विश्व श्रेष्ठता की कसौटी पर भी खरा उतरे