हुर्रियत नेता गिलानी की मौत पर को इमरान खान ने भारत के लिए उगला जहर, निधन पर आधा झुका झंडा
गुरुवार को उन्हें सुपुर्दे-ए-खाक कर दिया गया। सैयद अली शाह गिलानी काफी लंबे समय से बीमार चल रहे थे
जम्मू-कश्मीर में अलगाववादी हुर्रियत नेता सैयद अली शाह गिलानी के निधन पर भी पाकिस्तान बाज़ नहीं आया। यहां के प्रधानमंत्री इमरान खान ने गिलानी को ‘पाकिस्तानी’ बताते हुए देश के झंडे को आधा झुकवाया। इमरान ने एक दिन के राष्ट्रीय शोक का भी ऐलान किया है गिलानी का 92 साल की उम्र में श्रीनगर में बुधवार रात को निधन हो गया था। गुरुवार को उन्हें सुपुर्दे-ए-खाक कर दिया गया। सैयद अली शाह गिलानी काफी लंबे समय से बीमार चल रहे थे।
पाकिस्तान के पीएम इमरान खान ने ट्वीट किया, ‘कश्मीरी नेता सैयद अली शाह गिलानी के निधन की खबर सुनकर बहुत दुखी हूं। गिलानी जीवनभर अपने लोगों और उनके आत्मनिर्णय के अधिकार के लिए लड़ते रहे। भारत ने उन्हें कैद करके रखा और प्रताड़ित किया।’ इमरान ने कहा, ‘हम पाकिस्तान में उनके संघर्ष को सलाम करते हैं। उनके शब्दों को याद करते हैं- हम पाकिस्तानी हैं और पाकिस्तान हमारा है। पाकिस्तान का झंडा आधा झुका रहेगा और हम एक दिन का आधिकारिक शोक मनाएंगे।’
गिलानी के निधन से पाकिस्तानी सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा ने कहा कि गिलानी के निधन पर उन्हें दुख है। वह कश्मीर के स्वतंत्रता आंदोलन के अगुआ थे। बाजवा ने भारत पर भी आरोप लगाए। वहीं, पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने गिलानी को कश्मीरी आंदोलन का पथ प्रदर्शक बताया। कुरैशी ने कहा कि वह नजरबंदी के बाद भी अंतिम सांस तक संघर्ष करते रहे।
भारत विरोधी बयानों के लिए मशहूर रहे गिलानी को पड़ोसी देश पाकिस्तान ने अपने सर्वोच्च नागरिक सम्मान से भी नवाजा था। कश्मीर में गिलानी के प्रभाव का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि उनकी एक आवाज पर कश्मीर बंद हो जाता था. हालांकि ऐसे भी मौके आए हैं जब कश्मीरी आवाम ने एक तरह से गिलानी का ही बॉयकॉट कर दिया था।
Deeply saddened to learn of the passing of Kashmiri freedom fighter Syed Ali Geelani who struggled all his life for his people & their right to self determination. He suffered incarceration & torture by the Occupying Indian state but remained resolute.
— Imran Khan (@ImranKhanPTI) September 1, 2021