मुझे भी 3 साल पहले पेगासस की पेशकश की गई थी, मगर मैंने ठुकरा दी- ममता बनर्जी का दावाः रिपोर्ट

मौजूदा केंद्र सरकार भी इसके जरिए तमाम नेताओं, जजों, अधिकारियों, पत्रकारों, आदि के निजी जीवन में ताक-झांक कर रही है. लेकिन मैं ऐसा नहीं करना चाहती. मैं किसी की अभिव्यक्ति की आजादी पर बंदिश नहीं लगाना चाहती.’

मुझे भी 3 साल पहले पेगासस की पेशकश की गई थी, मगर मैंने ठुकरा दी- ममता बनर्जी का दावाः रिपोर्ट

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने गुरुवार को दावा किया कि उन्हें 3 साल पहले इजरायल के जासूसी सॉफ्टवेयर पेगासस की सेवाएं लेने की पेशकश की गई थी. लेकिन उन्होंने यह पेशकश ठुकरा दी थी. टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक ममता बनर्जी  ने बजट पर हुई चर्चा  का जवाब देते हुए विधानसभा (Assembly) में कहा, ‘मुझे 3 साल पहले पेगासस (Pegasus) खरीदने का प्रस्ताव मिला था. लेकिन मैंने इसे ठुकरा दिया. मैं इस सॉफ्टवेयर के बारे में पहले से जानती थी. यह बेहद खतरनाक है. आंध्र प्रदेश (संयुक्त) में चंद्रबाबू नायडू  जब मुख्यमंत्री थे, तब वहां इसकी सेवाएं ली गई थीं. मौजूदा केंद्र सरकार भी इसके जरिए तमाम नेताओं, जजों, अधिकारियों, पत्रकारों, आदि के निजी जीवन में ताक-झांक कर रही है. लेकिन मैं ऐसा नहीं करना चाहती. मैं किसी की अभिव्यक्ति की आजादी पर बंदिश नहीं लगाना चाहती.’

पश्चिम बंगाल विधानसभा  में ममता बनर्जी जब बजट पर हुई चर्चा का जवाब दे रही थीं, तब विपक्षी भारतीय जनता पार्टी (BJP) के सदस्य लगातार हो-हल्ला कर रहे थे. वे राज्य में राजनीतिक हत्याओं का मसला उठा रहे थे. इसे विपक्ष को शांत करने की कोशिश और लोकतंत्र की हत्या बता रहे थे. राज्य सरकार पर कार्रवाई करने में विफल रहने के आरोप लगा रहे थे. यहीं बताते चलें कि अभी हाल ही में उत्तर-24 परगना के लिए पुरुलिया, झल्दा और पानीहाटी में कुछ नवनिर्वाचित पार्षदों की हत्या हुई है. इसी बहाने यह मामला गर्म था.