Hindi Diwas 2020: जानिए क्यों मनाया जाता है 'हिंदी दिवस', ये है अनकहे किस्से
14 सितंबर 1949 को भारत की संविधान सभा ने देवनागरी में लिखी हिंदी को भारत की अधिकारिक भाषा के तौर पर अपनाया था
14 सितंबर को पूरे देश में हिन्दी दिवस मनाया जाता है। 14 सितंबर 1949 को भारत की संविधान सभा ने देवनागरी में लिखी हिंदी को भारत की अधिकारिक भाषा के तौर पर अपनाया था और 26 जनवरी 1950 को संविधान की धारा 343 के तहत 14 सितंबर को 'हिंदी दिवस' के तौर पर मनाने का फैसला लिया था, तब से ही 14 सितंबर को 'हिंदी दिवस' मनाया जाने लगा, मालूम हो कि वर्ष 1918 में महात्मा गांधी ने 'हिंदी साहित्य सम्मेलन' में हिंदी भाषा को राष्ट्रभाषा बनाने को कहा था, हिंदी हमारी पहचान भी है और सम्मान भी, इसलिए इस खास मौके पर जानते हैं 'हिंदी दिवस' के बारे में कुछ खास बातें।
- हिंदी को सबसे पहले 14 सितंबर, 1949 के दिन राजभाषा का दर्जा मिला था 14 सितंबर को राजेंद्र सिंह का जन्मदिन भी है, जिन्होंने हिंदी को भारत की आधिकारिक भाषा बनाने की दिशा में अथक प्रयास किया।
- देश के 78% लोग हिंदी लिखते, पढ़ते, बोलते और समझते हैं।
- हिंदी लोगों के कामकाज का भी हिस्सा है। 10 जनवरी को 'विश्व हिंदी दिवस' भी मनाया जाता है।
- यह भारत गणराज्य की 22 भाषाओं में से एक है।
- हिंदी सिर्फ भारत ही नहीं बल्कि पाकिस्तान, नेपाल और बांग्लादेश में भी बोली और समझी जाती है।
- दुनियाभर में करीब 54 करोड़ लोग हिंदी भाषी हैं।
- मशहूर इंग्लिश डिक्शनरी 'ऑक्सफर्ड डिक्शनरी' में हिंदी के भी कई शब्द शामिल हैं।
- हिंदी शब्दों 'अच्छा', 'बड़ा दिन', 'बच्चा', 'सूर्य नमस्कार' को इस डिक्शनरी में शामिल किया गया है।
- विश्वभर के करीब 176 विश्वविद्यालयों में हिंदी एक विषय के तौर पर पढ़ाई जाती है।
- हिंदी मूल रूप से एक फारसी भाषा का शब्द है और पहली हिंदी कविता प्रख्यात कवि अमीर खुसरो द्वारा लिखी गई थी।
- हिंदी भाषा के इतिहास पर पहला साहित्य एक फ्रांसीसी लेखक ग्रेसिम द तासी द्वारा रचा गया था शब्द 'नमस्ते' हिंदी भाषा में सबसे अधिक इस्तेमाल किया जाने वाला शब्द है।