हल्ला बोल: राजस्थान में बीजेपी कार्यकर्ताओं का प्रदर्शन, भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया को पुलिस ने किया गिरफ्तार!

हाथरस में हुए गैंगरेप को लेकर पूरे देश में बवाल मचा हुआ हैI वही  राजस्थान के भी कुछ शहरों में भी बेटी से अपराध हुआ जिसको लेकर बीजेपी कार्यकर्ता प्रदर्शन कर रहे हैं,राजस्थान में लगातार महिला उत्पीड़न की घटनाएं सामने आ रही है.

हल्ला बोल: राजस्थान में बीजेपी कार्यकर्ताओं  का प्रदर्शन, भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया को पुलिस ने किया गिरफ्तार!

हाथरस में हुए गैंगरेप को लेकर पूरे देश में बवाल मचा हुआ हैI वही  राजस्थान के भी कुछ शहरों में भी बेटी से अपराध हुआ जिसको लेकर बीजेपी कार्यकर्ता प्रदर्शन कर रहे हैं,राजस्थान में लगातार महिला उत्पीड़न की घटनाएं सामने आ रही है. जिसके बाद अब कांग्रेस और बीजेपी आमने सामने आती नजर आ रही है. बीजेपी हल्ला बोल कर रही है, वही कांग्रेस कांग्रेस ने आज मौन सत्याग्रह किया.
आज जयपुर में बीजेपी कार्यकर्ता सड़कों पर उतरे हैं. राजधानी में बीजेपी के पैदल मार्च के दौरान माहौल ऐसा गरमाया कि नौबत धक्का मुक्की तक पहुँच गई. पुलिस और बीजेपी कार्यकर्ताओं भिड़ंत हो गई. जयपुर में बीजेपी के कार्यकर्ताओं ने सोमवार को राज्य सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया. बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया की अगुवाई में सैकड़ों कार्यकर्ता सड़क पर उतरे,वही कार्यकर्त्ता पुलिस से भीड़ गए. जिसके बाद पुलिस ने बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया को गिरफ्तार कर लिया.


हाथरस गैंगरेप कांड के बाद अब राजस्थान के बारां में हुए रेप मामले को लेकर बवाल शुरू हो गया है,बीजेपी ने राजस्थान में हो रहे अपराधो को लेकर कोंग्रेस को घेरा है, एनसीआरबी के आंकड़ों  पर नजर डाले तो 2019 में देश में सबसे ज्यादा रेप की वारदात में राजस्थान में दर्ज हुई है, सतीश पूनिया ने कहा कि राजस्थान शांत प्रदेश था और आज अपराधों की दृष्टि से सर्वाधिक अपराधग्रस्त प्रदेशों में शामिल हो गया है।यह प्रदेश की कांग्रेस सरकार के लिए शर्मनाक है. अशोक गहलोत जब हाथरस केस को लेकर बयानबाजी करते हे तो इससे लगता हे उनके लिए प्रदेश की बेटियों की चिंता नही उन्हें सिर्फ सियासत की चिंता है. वही उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने कहा कि प्रदेश में कांग्रेस शासन में कानून-व्यवस्था पूर्णतया जर्जर हो चुकी है जिस पर गहलोत सरकार का कोई नियंत्रण नहीं है. प्रदेश में गुंडाराज पनप रहा है. महिलाओं के साथ अत्याचार चरम पर है, आमजन डर के साये में जीने को मजबूर हैं लेकिन सरकार बेफिक्र होकर सोयी हुई है.