बंगाल में बिगड़ी कानून व्यवस्था, 'बाहरी' पर ममता को गवर्नर की चेतावनी- आग से न खेलें मुख्यमंत्री
बंगाल में कानून व्यवस्था की स्थिति लगातार बिगड़ती जा रही है। बंगाल के राज्यपाल ने सीएम से सवाल किया कि राज्य में कौन बाहरी है
पश्चिम बंगाल में कानून व्यवस्था के मसले पर शुक्रवार को राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की। जगदीप धनखड़ ने कहा कि लोकतंत्र में मीडिया का रोल अहम है, अगर इसे खराब किया गया तो लोकतंत्र में दिक्कत होगी। बंगाल में कानून व्यवस्था की स्थिति लगातार बिगड़ती जा रही है। बंगाल के राज्यपाल ने सीएम से सवाल किया कि राज्य में कौन बाहरी है, उनका इससे क्या मतलब है? क्या भारतीय नागरिक भी बाहरी हैं, ममता को इस तरह बयान नहीं देने चाहिए, उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री को आग से नहीं खेलना चाहिए. मुख्यमंत्री को संविधान का पालन करना चाहिए।
बंगाल गवर्नर ने कहा कि संविधान की आत्मा का ध्यान रखें, भारत एक है उसका नागरिक है. अगर आप इस रास्ते से भटकती हैं, तब मेरे दायित्व की शुरुआत होती है. बंगाल के राज्यपाल ने कहा कि कल की घटना को लेकर मैंने राज्य के डीजीपी, चीफ सेक्रेटरी को तलब किया। कल चीफ सेक्रेटरी ने मुझे संदेश भेजा था कि उन्होंने राजनीतिक दौरे को लेकर डीजीपी को अलर्ट किया है।
जगदीप धनखड़ ने कहा कि उन्होंने कल की घटना को लेकर डीजीपी, चीफ सेक्रेटरी से बात की और दुख जताया। डीजीपी, चीफ सक्रेटरी मेरे पास बिना किसी रिपोर्ट या इनपुट लिए हुए है, जबकि मैंने लिखित में आदेश दिया था। क्या राज्य की पुलिस ‘राजनीतिक पुलिस’ हो गई है। राज्य के हालात बद से बदतर होते जा रहे हैं, सिर्फ भ्रष्टाचार चल रहा है। सरकारी तंत्र का राजनीतिक तंत्र हो गया है और विपक्ष के लिए कोई जगह नहीं है।
राज्यपाल ने कहा कि बंगाल में इस वक्त ऐसे हालात हैं कि किसी विपक्ष के लिए जगह नहीं है। सत्ता दल से अलग कोई नेता यहां पर सुरक्षित नहीं है। उनके लिए कोई अधिकार नहीं बचे हैं, ना ही लोकतांत्रिक और ना ही मानवाधिकार।