PM Modi ने किसानों के लिए की बड़ा घोषण, सरकार ने गन्ने के मूल्य में किया इजाफा
हालांकि हमारे किसानों ने अत्याधुनिक तकनीक की मदद से रिकवरी को बढ़ाया है
गन्ने का फेयर एंड रेमुनरेटिव प्राइस बढ़ाकर 290 रुपए प्रति कुंतल किया गया है। कंज्यूमर अफेयर्स मिनिस्टर पीयूष गोयल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि गन्ने का FRP 10 फीसद रिकवरी पर आधारित है। गोयल ने कहा कि अगर किसान की रिकवरी 9.5 फीसद है तो FRP 275 रुपए प्रति कुंतल होगा। हालांकि हमारे किसानों ने अत्याधुनिक तकनीक की मदद से रिकवरी को बढ़ाया है। यानि किसानों के लिए गन्ने का न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) 275 रुपए पर फिक्स रखा गया है।
उन्होंने बताया कि बीते साल गन्ने का एक्सपोर्ट रिकॉर्ड तोड़ रहा है। करीब 7 मिलियन टन के एक्सपोर्ट कॉन्ट्रैक्ट हुए। इनमें 55 मिलियन टन का एक्सपोर्ट हुआ जबकि 1.5 मिलियन टन पाइपलाइन में है। केंद्रीय मंत्री ने मीडिया को बताया कि एथेनॉल सेक्टर से 40 हजार करोड़ रुपए हर साल आ रहे हैं। चीनी के दाम नहीं बढ़ेंगे। एथेनॉल का इस्तेमाल तेजी से बढ़ रहा है। कुछ साल में Petrol में 20 फीसद एथेनॉल का मिश्रण शुरू होगा। पीयूष गोयल ने कहा कि गन्ने का FRP 5 रुपए प्रति कुंतल बढ़ाया गया है।
बता दें कि एक दिन पहले मंगलवार को पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने गन्ने की कीमतों में बढ़ोतरी की मांग कर रहे किसानों को भरोसा दिया कि इस नकदी फसल का मूल्य बढ़ाकर 360 रुपये प्रति क्विंटल कर दिया जाएगा, जिसके बाद किसानों ने अपना आंदोलन वापस ले लिया। मुख्यमंत्री ने यहां किसान नेताओं के साथ बैठक के बाद गन्ने के राज्य परामर्श मूल्य (एसएपी) में 35 रुपये प्रति क्विंटल की बढ़ोतरी करने का ऐलान किया था।
किसानों ने जालंधर में एक राष्ट्रीय राजमार्ग और रेल पटरियों को बाधित कर कर दिया था। किसानों का कहना था कि राज्य सरकार द्वारा हाल में घोषित बढ़ोतरी अपर्याप्त थी, क्योंकि उनकी उत्पादन लागत काफी बढ़ गई है। उनकी मांग को प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू का भी समर्थन मिला, जिन्होंने पंजाब के किसानों के लिए बेहतर कीमत की वकालत की। किसानों का आंदोलन मंगलवार को पांचवें दिन में प्रवेश कर गया था।