मोदी के आंदोलनजीवी वाले बयान पर गहलोत का तंज, पीएम मोदी ने किसानों की शहादत का मजाक उड़ाने का प्रयास किया है जो निंदनीय है
राज्यसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव का जवाब देते हुए पीएम मोदी द्वारा दिए गए आंदोलनजीवी के बयान को लेकर अशोक गहलोत ने इसे लोकतंत्र विरोधी सोच का सबूत बताया है।
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने आंदोलनजीवी के बयान को लेकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर निशाना साधा है। राज्यसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव का जवाब देते हुए पीएम मोदी द्वारा दिए गए आंदोलनजीवी के बयान को लेकर अशोक गहलोत ने इसे लोकतंत्र विरोधी सोच का सबूत बताया है। जहां किसानों ने इसे अपमान बताया है तो वहीं राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने महात्मा गांधी का जिक्र करते हुए कहा कि भारत की बुनियाद ही आंदोलन से है.
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत सोशल मीडिया के जरिए लगातार केंद्र सरकार पर निशाना साध रहे हैं. मंगलवार को सीएम गहलोत ने मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि आजादी से पूर्व RSS स्वतंत्रता आंदोलन से और आजादी के बाद जनसंघ और भाजपा ने जनहित आंदोलनों से हमेशा दूरी बनाए रखी इसलिए वो आंदोलनों का महत्व नहीं समझते. 100 से ज्यादा किसानों की मौत पर एक शब्द बोलने की बजाय पीएम मोदी ने उनकी शहादत का मजाक उड़ाने का प्रयास किया है जो निंदनीय है.
आजादी से पूर्व RSS स्वतंत्रता आंदोलन से और आजादी के बाद जनसंघ और भाजपा ने जनहित आंदोलनों से हमेशा दूरी बनाए रखी इसलिए वो आंदोलनों का महत्व नहीं समझते। 100 से ज्यादा किसानों की मौत पर एक शब्द बोलने की बजाय पीएम मोदी ने उनकी शहादत का मजाक उड़ाने का प्रयास किया है जो निंदनीय है।
— Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) February 9, 2021
सीएम गहलोत ने एक और ट्वीट करते हुए कहा कि महात्मा गांधी देश की मांगों के लिए अंग्रेजों के खिलाफ आंदोलन करते थे। अहिंसक आंदोलन के दम पर ब्रिटिश साम्राज्य को भारत से खदेडऩे वाले गांधीजी के देश में आंदोलन कर रहे लोगों को पीएम द्वारा आंदोलनजीवी कहना उनकी लोकतंत्र विरोधी सोच का सबूत है।
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रपति के अभिभाषण पर पेश धन्यवाद प्रस्ताव पर कहा था कि हम लोग कुछ शब्दों से बड़े परिचित हैं, श्रमजीवी, बुद्धिजीवी- ये सारे शब्दों से परिचित हैं. लेकिन, मैं देख रहा हूँ कि पिछले कुछ समय से इस देश में एक नई जमात पैदा हुई है, एक नई बिरादरी सामने आई है और वो आंदोलनजीवी (Adolanjivi) है.