पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने CM गहलोत को लिखा पत्र, सड़क हादसे मारे गए शख्स की सहायता की गुहार
वसुंधरा राजे ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को पत्र लिखकर माडाराम देवासी की पारिवारिक स्थिति का हाल बताया है. राजे ने अपने पत्र में लिखा है कि माडाराम के परिवार की आजीविका केवल पशुपालन पर ही निर्भर है।
पुलिस कांस्टेबल भर्ती परीक्षा देने आए युवक माडाराम देवासी की जयपुर में कार दुर्घटना में हुई मौत के मामले में पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को पत्र लिखा है पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने मुख्यमंत्री गहलोत को पत्र लिखकर पीड़ित परिवार को को आर्थिक सहायता और एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने की भी मांग की है.
वसुंधरा राजे ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को पत्र लिखकर माडाराम देवासी की पारिवारिक स्थिति का हाल बताया है. राजे ने अपने पत्र में लिखा है कि माडाराम के परिवार की आजीविका केवल पशुपालन पर ही निर्भर है। परिवार की दयनीय हालात होने के बावजूद बड़े भाइयों ने जमीन बेचकर उसे पढ़ाया जबकि मां ने उसकी कोचिंग के लिए अपने गहने तक गिरवी रख दिए. इस दुखद हादसे ने उन सभी के सपनों पर पानी फेर दिया. इस हृदय विदायक घटना ने परिवार की खुशियों के साथ-साथ उनकी उम्मीदें भी छीन लीं. यदि परिवार की मदद की गई तो पीड़ित परिवार को संबल मिलेगा।
शुक्रवार को हुई कार दुर्घटना में जान गंवाने वाले होनहार अभ्यर्थी माडाराम के परिवार के दुःखों को मैं भली-भांती समझ सकती हूं।
— Vasundhara Raje (@VasundharaBJP) November 9, 2020
मैंने मुख्यमंत्री जी को परिवार की उचित आर्थिक सहायता प्रदान करने के साथ ही, किसी एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने की माँग रखते हुए पत्र लिखा है।#Rajasthan pic.twitter.com/WaB0xdCTbL
पूर्व सीएम वसुंधरा राजे ने बढ़ती हुई सड़क दुर्घटनाओं को देखते हुए प्रदेश में सड़क सुरक्षा के प्रति सघन जनजागृति अभियान चलाने का भी सुझाव दिया है. आपको बता दें कि पुलिस कांस्टेबल भर्ती परीक्षा में शामिल होने पाली से जयपुर आए माडाराम की मौत 6 नवंबर को सोडाला एलिवेटेड रोड पर हुए हादसे में हो गई थी. हादसा इतना भयानक था कि ऑडी कार की टक्कर से उछलकर माडाराम एक मकान की छत पर जा गिरा था. इस भीषण हादसे में मौके पर ही उसकी मौत हो गई थी. गौरतलब है कि यह तेज रफ्तार कार नेहा सोनी नाम की एक महिला चला रही थी. इस हादसे के बाद दो दिनों तक परिजनों ने माडाराम का शव नहीं लिया था. बाद में लोगों के समझाने पर रविवार को परिजन शव लेकर अपने गांव गए थे.