आखिरकार पकड़ा गया राजस्थान-हरियाणा का मोस्ट वांटेड कुख्यात पपला गुर्जर, जयपुर रेंज की टीम ने पकड़ा

राजस्थान पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली है. पुलिस की विशेष टीम ने कुख्यात अपराधी विक्रम गुर्जर उर्फ पपला और इसकी महिला मित्र जियाउससहर सिगलीगर, निवासी सतारा को आज प्रातः महाराष्ट्र के कोल्हापुर से धर दबोचा है.

आखिरकार पकड़ा गया राजस्थान-हरियाणा का मोस्ट वांटेड कुख्यात पपला गुर्जर, जयपुर रेंज की टीम ने पकड़ा


राजस्थान के बहुचर्चित अलवर के बहरोड़ लॉकअप ब्रेक कांड (Behror lockup brake case) का मुख्य आरोपी कुख्यात गैंगस्टर विक्रम उर्फ पपला गुर्जर (Gangster Vikram alias Papala Gurjar) आखिरकार पुलिस की गिरफ्त में आ गया  है. राजस्थान पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली है. पुलिस की विशेष टीम ने कुख्यात अपराधी विक्रम गुर्जर उर्फ पपला और इसकी महिला मित्र जियाउससहर सिगलीगर, निवासी सतारा को आज प्रातः महाराष्ट्र के कोल्हापुर से धर दबोचा है.


अलवर जिले के बहरोड़ थाने के लॉकअप में बंद राजस्थान और हरियाणा के कुख्यात गैंगस्टर पपला गुर्जर को वर्ष-2019 में उसके साथी AK-47 और अन्य घातक हथियारों से थाने पर हमला कर फरार कराकर ले गये थे. तभी से राजस्थान और हरियाणा पुलिस इस लाखों रुपये के इनामी बदमाश के पीछे पड़ी थी। हरियाणा मूल का कुख्यात विक्रम उर्फ पपला गुर्जर आखिरकार गुरुवार को पकड़ा गया। राजस्थान पुलिस के इतिहास में यह पहली घटना थी जिसमें किसी थाने पर AK-47 जैसे घातक हथियारों से हमला कर अपराधी को छुड़ाया गया था. 


राजस्थान पुलिस पपला गैंग के 35 से अधिक बदमाशों को पहले ही जेल तक पहुंचा चुकी है। लेकिन अब तक फरार पपला गुर्जर भी अब पुलिस पकड़ में आ गया है। पिछले साल जुलाई में झुंझुनूं के खेतड़ी में पत्थर की लीज चलाने के विवाद में एक युवक की हत्या मामले में पपला गुर्जर गैंग का बताया गया था। इसी जांच में भी पपला गुर्जर के सुराग मिले थे। इसके बाद एडीजीपी जयपुर बीजू जॉर्ज जोसेफ, जयपुर आईजी एस सेंगाथिर, एसओजी के एएसपी करण शर्मा, नीमराणा एएसपी सिद्धार्थ शर्मा ने झुंझुनूं एसपी जगदीश प्रसाद शर्मा के साथ खेतड़ी नगर में बैठक की और पपला गुर्जर गुर्गों पर विशेष नजर रखने और हरियाणा बोर्ड पर खास निगरानी के लिए कहा था।
महानिदेशक पुलिस एम.एल. लाठर ने बताया कि महानिरीक्षक पुलिस, जयपुर रेंज डाॅ. हवा सिंह घुमरिया के मार्गदर्षन में इस विशेष टीम का नेतृत्व सिद्धान्त शर्मा, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक कर रहे थे. टीम में पुलिस अधिकारी जहीर अब्बास, पुलिस निरीक्षक, जिला अलवर, इन्सार अली, पुलिस निरीक्षक, सुनील जांगिड, उप निरीक्षक, जिला भिवाडी, मुकेश वर्मा, उप निरीक्षक, जिला भिवाडी, 16 ई.आर.टी. कमान्डो एवं कुल 26 सदस्य टीम शामिल थी. बैकअप के लिए एक अन्य टीम पुणे, महाराष्ट्र में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक राजेन्द्र सिंह सिसोदिया के नेतृत्व मंे उपस्थित थी.


लाठर ने बताया कि सिद्धान्त शर्मा की टीम ने गत् एक सप्ताह से कोल्हापुर में रहकर सघन छानबीन और आसूचना संकलित करते हुये उस मकान तक पहुंचने में कामयाबी हासिल की, जिसमें अपराधी (Papla Gurjar) छिपकर फरारी काट रहा था. इस दौरान टीम ने प्रवासी राजस्थानी, जिम संचालकों और व्यायाम शाला संचालकों से सूचना संकलित की. दिनांक 26 जनवरी 2021 को चिन्हित किये गये मकान के विडियो एवं आस-पास के फोटोग्राफ सिद्धान्त शर्मा ने महानिरीक्षक पुलिस, जयपुर रेंज डाॅ. हवा सिंह घुमरिया से शेयर कर स्थानीय परिस्थितियों के बारे में सूचना दी. और सुरक्षित ऑपरेशन को अंजाम देने के लिए रणनीति तैयार की.


दिनांक 27 और 28 जनवरी की मध्यरात्रि को पूर्व नियोजित रणनीति के तहत ई.आर.टी. के जांबाज कमान्डो व सिद्धान्त शर्मा के नेतृत्व में तैनात अधिकारियों ने उस बिल्डिंग को घेर लिया तथा अन्ततः फरार आरोपी को धर दबोचा. आरोपी ने अन्त समय तक निकल भागने और बचने का प्रयास किया. इस दौरान आरोपी ने बिल्डिंग के नीचे छलांग लगाई, जिस कारण आरोपी के हाथ एवं पैर में चोटें भी आई हैं. सतर्क एवं सजग कमांडो ने बिल्डिंग के नीचे कूदते ही आरोपी (PaplaGurjar) को दबोच लिया. गिरफ्तार विक्रम गुर्जर उर्फ पपला एवं उसकी महिला मित्र जियाउससहर सिगलीगर जिसने उसे शरण दी थी, दोनो को लेकर सिद्धान्त शर्मा एवं राजेन्द्र सिंह सिसोदिया की पुलिस टीम जयपुर पहुंच रही है.


महानिदेशक पुलिस, राजस्थान के निर्देशानुसार महानिरीक्षक पुलिस, जयपुर रेंज, डाॅ. हवा सिंह घुमरिया ने जयपुर रेंज का चार्ज लेने के साथ ही वांछित अपराधी विक्रम गुर्जर उर्फ पपला को गिरफ्तार करने के लिए विशेष टीमों का गठन किया. टीम क्रमांक-1 में राजेन्द्र सिंह सिसोदिया, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक एवं सिद्धान्त शर्मा, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक एवं अन्य अधिकारी, टीम क्रमांक-2 में देशराज, वृत्ताधिकारी बहरोड एवं अन्य अधिकारी तैनात किये गये. दोनों ही टीमों ने गत् दो सप्ताह में उत्तर भारत में विभिन्न स्थानों पर यथा मथुरा, कानपुर, गाजियाबाद आदि में दबिश दी, जिसके बाद विभिन्न गोपनीय स्त्रोतों से प्राप्त सूचनाओं के आधार पर महाराष्ट्र में एक टीम को भेजा गया. महाराष्ट्र गई टीम ने उक्त कार्यवाही को अंजाम दिया.