Farmer Protest : किसानों ने दी रेलवे ट्रैक जाम करने की चेतावनी, PM मोदी ने की खास अपील, जानिए क्या कहा
कृषि मंत्री की अपील का किसानों पर कोई असर नहीं हुआ
नए कृषि कानूनों को वापस लिए जाने की मांग को लेकर देशभर के किसान 16 दिन से आंदोलनरत हैं। केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर गुरुवार को मीडिया से मुखातिब हुए और एक बार फिर किसानों से आंदोलन खत्म करने की गुजारिश की। कृषि मंत्री की अपील का किसानों पर कोई असर नहीं हुआ। उन्होंने साफ और स्पष्ट शब्दों में आंदोलन जारी रखने का ऐलान कर दिया। किसान पहले दिन से तीनों कृषि कानून रद्द करने की मांग पर अड़े हुए हैं। अब किसानों ने आंदोलन को बड़े स्तर पर ले जाने की ठान ली है। किसान अब 12 दिसंबर को देशभर के टोल नाकाओं को फ्री करने की तैयारी में हैं। जबकि 14 दिसंबर को देशभर में बीजेपी नेताओं के घेराव से लेकर जिला मुख्यालयों पर प्रदर्शन की योजना है।
वहीं इस दौरान कृषि कानूनों पर आंदोलित किसानों द्वारा विरोध प्रदर्शन को और तेज करने की चेतावनी के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपील की है। 20 दिन से ज्यादा हो गए हैं लेकिन अब तक किसान दिल्ली की अलग-अलग सीमाओं पर डटे हुए हैं। सरकार से अब तक 6 दौर की वार्ता भी विफल हो चुकी है। एक ओर जहां किसान इन कानूनों को रद्द करने की मांग पर अडिग हैं तो वहीं सरकार ने भी स्पष्ट कर दिया है कि वह कानून वापस नहीं लेगी। अब पीएम मोदी ने रेल मंत्री पीयूष गोयल और कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर की एक प्रेस वार्ता का वीडियो शेयर कर उसे सुनने की अपील की है।
प्रधानमंत्री ने ट्वीट किया है कि- 'मंत्रिमंडल के मेरे दो सहयोगी नरेंद्र सिंह तोमर जी और पीयूष गोयल जी ने नए कृषि कानूनों और किसानों की मांगों को लेकर विस्तार से बात की है। इसे जरूर सुनें-' बता दें केंद्रीय कृषि मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने गुरुवार को कहा कि कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे किसानों को आंदोलन छोड़ वार्ता का रास्ता अख्तियार करना चाहिए। उन्होंने कहा कि सरकार की ओर से भेजे गए प्रस्ताव के किसी भी मुद्दे पर यदि किसानों को आपत्ति है तो सरकार उस पर ‘खुले मन' से चर्चा को तैयार है।
Ongoing farmers protest against Centre's new farm laws enters 16th day; Visuals from Singhu border pic.twitter.com/v4cvCaaCmy
— ANI (@ANI) December 11, 2020