किसान आंदोलन: राजस्थान में टिकैत की ताबड़तोड़ महापंचायतें, करौली महापंचायत में टिकैत ने हजारों किसानों के बीच कहा- अब गोदाम तोड़े जाएंगे
अगला टारगेट अनाज के गोदाम हैं। गोदाम तोड़े जायेंगे। या तो सरकार इनका अधिग्रहण कर ले नहीं तो व्यापारियों के गोदाम टूटेंगे।
कृषि कानूनों को रद्द करने की मांग पर अड़े किसान 92 दिन से लगातार दिल्ली की सीमाओं पर प्रदर्शन कर रहे हैं। अब तक सरकार के साथ 11 दौर की बातचीत भी बेनतीजा रही। इस बीच भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष नरेश टिकैत गुरुवार को राजस्थान के करौली जिले में आयोजित महापंचायत में पहुंचे। इस दौरान टिकैत ने यहां भी 40 लाख ट्रैक्टरों के साथ दिल्ली कूच की बात कही। इसके साथ यह भी कहा कि अगला टारगेट अनाज के गोदाम हैं। गोदाम तोड़े जायेंगे। या तो सरकार इनका अधिग्रहण कर ले नहीं तो व्यापारियों के गोदाम टूटेंगे।
टिकैत टोडाभीम खुली कार में सवार होकर पहुंचे. यहां टिकैत ने सरकार पर किसानों की अनदेखी के आरोप लगाया. कान खोल कर सुन ले दिल्ली, ये किसान भी वही हैं और ट्रैक्टर भी वही होंगे, लेकिन अबकी बार आह्वान संसद का होगा. किसानों से कहा कि जमीन बचानी है तो देश के लुटेरों से लड़नी होगी लड़ाई. जब तक सरकार एमएसपी पर कानून बनाकर तीनों कृषि कानूनों को वापस नहीं लेती है. तब तक किसानों का यह आंदोलन जारी रहेगा.
हर घर से एक सदस्य को दिल्ली भेजने की अपील
टिकैत ने लंबे समय तक चलने वाले आंदोलन के लिए तैयार रहने एवं दिल्ली कूंच की घोषणा पर ट्रैक्टर लेकर आने की भी अपील की। इस दौरान योगेंद्र यादव ने सरकार से न्यूनतम समर्थन मूल्य वापसी की मांग की। साथ ही सभा मे मौजूद लोगों से शाहजहां बोर्डर पर चल रहे किसान आंदोलन में प्रत्येक घर से एक सदस्य को भेजने की भी अपील की।