किसान आंदोलन : दिल्ली पुलिस ने प्रियंका गांधी समेत कई नेताओं को हिरासत में लिया, राष्ट्रपति से मिलने पहुंचे राहुल गांधी
कांग्रेस ने राहुल गांधी के नेतृत्व में विजय चौक से राष्ट्रपति भवन तक पैदल मार्च (Congress March) निकाला. लेकिन कांग्रेस के पैदल मार्च को पुलिस ने बीच रास्ते में ही रोक लिया. और प्रियंका गांधी सहित अन्य कांग्रेसी कार्यकर्ताओं को पुलिस ने हिरासत में ले लिया
दिल्ली के सिंघु बॉर्डर पर किसानों के प्रदर्शन का आज 29वां दिन है. कड़ाके की सर्दी के बीच किसान और जवान बॉर्डर पर डटे हुए है, जहां इतनी सर्दी में किसान प्रदर्शन कर रहे है, तो वहीं जवान ड्यूटी कर रहे है और सभी को सर्दी से बचने के लिए अलाव का सहारा ले रहे है. किसानों का अभी भी साफ कहना है कि जब तक बिल वापिसी नहीं होगा तब तक इससे ही बैठे रहेंगे.
कृषि कानूनों के खिलाफ कांग्रेस ने राहुल गांधी के नेतृत्व में विजय चौक से राष्ट्रपति भवन तक पैदल मार्च (Congress March) निकाला. लेकिन कांग्रेस के पैदल मार्च को पुलिस ने बीच रास्ते में ही रोक लिया. और प्रियंका गांधी सहित अन्य कांग्रेसी कार्यकर्ताओं को पुलिस ने हिरासत में ले लिया. हिरासत में लेने के बाद प्रियंका गांधी ने कहा कि किसानों के लिए ऐसे शब्दों का इस्तेमाल करना पाप है, अगर सरकार उन्हें देशद्रोही कह रही है तो सरकार पापी है.प्रियंका गांधी ने कहा कि मोदी सरकार अपनी जिद पर अड़ गई है. आज जो भी सरकार से सवाल करता है, उन्हें देशद्रोही बता दिया जाता है. सरकार के दिल में किसानों के लिए कोई इज्जत नहीं है.
It is a sin to use the kind of names they (BJP leaders & supporters) used for farmers. If Govt is calling them anti-nationals, then the govt is a sinner: Congress leader Priyanka Gandhi https://t.co/alLztWn5bS pic.twitter.com/t05DbhtfJL
— ANI (@ANI) December 24, 2020
राष्ट्रपति भवन तक कांग्रेस का मार्च पुलिस ने रोका कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने कहा कि, इस सरकार के खिलाफ किसी भी तरह के असंतोष को आतंकवादी तत्वों के रूप में वर्गीकृत किया गया है. हम किसानों के समर्थन में आवाज बुलंद करने के लिए यह मार्च कर रहे हैं.
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने पौने दो करोड़ किसानों के हस्ताक्षर के साथ राष्ट्रपति भवन तक मार्च का ऐलान किया था, लेकिन पुलिस ने इसकी इजाजत नहीं दी। पुलिस ने कांग्रेस मुख्यालय के बाहर धारा 144 लगाते हुए केवल तीन कांग्रेस नेताओं को ही राष्ट्रपति से मुलाकात की इजाजत दी।