हाथरस गैंगरेप मामले में हुआ सबसे बड़ा खुलासा, जांच में सामने आया नहीं हुआ रेप, ADG का दावा- इस तरह की गई थी हत्था
वहीं, एडीजी लॉ एंड आर्डर प्रशांत कुमार ने कहा कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में साफ कहा गया है कि पीड़िता की मौत गले में लगी चोट से हुई है
उत्तर प्रदेश के हाथरस गैंगरेप मामले में एडीजी ने बड़ा खुलासा किया है। कई चौंका देने वाली बात कही है। जानकारी के मुताबिक, एफ़एसएल की जांच में रेप की पुष्टि नहीं हुई है। 5 वैज्ञानिकों की टीम ने जांच के बाद अपनी रिपोर्ट पेस की है। वहीं, एडीजी लॉ एंड आर्डर प्रशांत कुमार ने कहा कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में साफ कहा गया है कि पीड़िता की मौत गले में लगी चोट से हुई है। फॉरेंसिक जांच में भी स्पर्म नहीं मिला है।
इससे साफ है कि कुछ लोगों ने जान बूझकर मामले को ट्विस्ट देकर जाति वादी और तनाव फैलाने का काम किया है। ऐसे लोगों को चिन्हित कर उनके खिलाफ एक्शन लिया जाएगा।
वहीं, हाथरस के मामले में 47 महिला वरिष्ठ वकीलों ने सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस और कोलेजियम के सदस्य जजों को पत्र लिखकर मामले में स्वत: संज्ञान लेने की मांग की है। उन्होंने पत्र में हाईकोर्ट की निगरानी में इस घटना की जांच और मुकदमे की सुनवाई का आग्रह किया है।
तमाम महिलाओं द्वारा लिखे गए इस पत्र का एक यही मतलब है कि सभी आरोपियों के लिए यथासंभव तत्परता से कठोरतम सजा सुनिश्चित की जाए। 47 महिला वकीलों द्वारा लिखे गए पत्र में मांग की गई है कि हाथरस में लापरवाही बरतने वाले सभी पुलिसकर्मियों और प्रशासन के कर्मचारियों के साथ ही मेडिकल अधिकारियों, जिन्होंने तथ्यों और साक्ष्यों के साथ छेड़छाड़ करने का प्रयास किया हो, उनके खिलाफ तत्काल जांच कराई जाए। उन्हें सस्पेंड करने के साथ ही उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई का भी आग्रह किया है।