देशभर में कोरोना वैक्सीन का ड्राई रन 2 जनवरी से शुरू, स्वास्थ्य मंत्री ने की समीक्षा बैठक

कोविड-19 टीकाकरण के लिए दो जनवरी को होने वाले ड्राइ रन (Dry run) के लिए समीक्षा बैठक की। डॉ. हर्षवर्धन ने बताया कि हेल्थ वर्कर्स की लिस्ट बना ली गई है

देशभर में कोरोना वैक्सीन का ड्राई रन 2 जनवरी से शुरू, स्वास्थ्य मंत्री ने की समीक्षा बैठक

नया साल कोरोना वैक्सीन को लेकर अच्छी खबर लेकर आ रहा है। भारत सरकार ने फैसला लिया है कि 2 जनवरी से देश के हर राज्य और केंद्र शासित प्रदेश में कोरोना वैक्सीन का ड्राई रन किया जाएगा। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने शुक्रवार को दिल्ली सरकार के साथ कोविड-19 टीकाकरण के लिए दो जनवरी को होने वाले ड्राइ रन (Dry run) के लिए समीक्षा बैठक की। डॉ. हर्षवर्धन ने बताया कि हेल्थ वर्कर्स की लिस्ट बना ली गई है और उसे कोविड प्लेटफॉर्म पर अपलोड की जाएगी। उन्हाेंने कोरोना के टीकाकरण को देश में होने वाले चुनाव की तरह बताया। बैठक के दौरान डॉ. हर्षवर्धन ने कहा, ”जैसे हम चुनाव के दौरान तैयारी करते हैं, उसी तरह हमें सभी मेडिकल टीमों के प्रत्येक सदस्य को जिम्मेदारी से प्रशिक्षित करने की जरूरत है।” ड्राई रन का आयोजन दरियागंज पीएचसी, जीटीबी अस्पताल के अलावा एक निजी अस्पताल में भी होगा। इस गतिविधि का आयोजन इसलिए किया जा रहा है, ताकि टीकाकरण अभियान शुरू होने से पहले ही अगर कहीं कोई कमी है, तो उसमें वक्त रहते सुधार किया जा सके।


अभी तक देश के 4 राज्यों में ही ऐसा ड्राई रन किया गया था. जिसमें पंजाब, असम, गुजरात और आंध्र प्रदेश में किया गया था. चारों राज्यों में ड्राई रन को लेकर अच्छे रिजल्ट सामने आए थे, जिसके बाद अब सरकार ने पूरे देश में इस ड्राई रन को लागू करने का फैसला किया है.


ड्राई रन है क्या?


ड्राई रन का मतलब ये है कि पूरे वैक्सीनेशन प्रोसेस की मॉक ड्र्रिल होगी. यानी सबकुछ वैसा ही होगा जैसा टीकाकरण अभियान में होने वाला है, सिवाय वैक्सीन एडमिनिस्ट्रेशन के. मतलब ये कि डमी वैक्सीन कोल्ड स्टोरेज से निकलकर वैक्सीनेशन सेंटर तक पहुंचेगी. साइट्स पर क्राउड मैनेजमेंट को भी टेस्ट किया जाएगा. वैक्सीन की रियल-टाइम मॉनिटरिंग को भी परखा जाएगा.


बता दें कि केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन के विशेषज्ञों की समिति ने ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी के कोविड-19 टीके के इमरजेंसी इस्तेमाल की अनुमति देने के सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया और भारत बायोटेक के आवेदन पर बैठक करेगी। माना जा रहा है कि सीरम इंस्टीट्यूट की कोविशील्ड टीके को मंजूरी दे दी जाएगी।