साध्वी प्रज्ञा का विवादित बयान, बोलीं- शुद्रों को शुद्र कहने पर बुरा क्यों मान जाते हैं?

अपने विवादित बयान को लेकर सुर्ख़ियों में रहने वाली साध्वी प्रज्ञा ठाकुर फिर एक बार चर्चा में हैं।

साध्वी प्रज्ञा का विवादित बयान, बोलीं- शुद्रों को शुद्र कहने पर बुरा क्यों मान जाते हैं?

अपने विवादित बयान को लेकर सुर्ख़ियों में रहने वाली साध्वी प्रज्ञा ठाकुर फिर एक बार चर्चा में हैं। साध्वी के विवादित बोल उनके लिए फिर से समस्या कड़ी कर सकते हैं। भोपाल सांसद प्रज्ञा ठाकुर ने एक बार फिर से विवादित बयान देकर राजनीतिक हलचल मचा दी है।  प्रज्ञा ठाकुर इससे पहले भी एक के बाद एक विवादित बयान देती रही है। कई बार तो देश के लौह पुरुष और राष्ट्रपिता पर विवादित बयान दे चुकी है। इसके बावजूद पार्टी इनपर कार्रवाई करने से कतराती है प्रज्ञा ठाकुर ने इस बार अनुसूचित जाति को लेकर एक विवादित बयान दिया है जिसको लेकर सियासत गरमा गई है। साध्वी प्रज्ञा ठाकुर क्षत्रिय महासभा के स्थापना दिवस कार्यक्रम में शामिल होने आई थी। इस दौरान उन्होंने अपने भाषण में ने कहा कि- जब क्षत्रिय को क्षत्रिय कहते हैं, तो बुरा नहीं मानते, ब्राह्मण को ब्राह्मण कहते है, तो बुरा नहीं मानते, मगर जब शूद्र को शूद्र कहते है तो बुरा मान जाते हैं, ये उनकी नासमझी है।  जिसको लेकर सियासत गरमा गई है। अनुसूचित जाति के कई संगठनों ने उनके विवादित बयान पर सख्त एतराज जताते हुए माफी मांगने को कहा है। माफी न मांगने पर आंदोलन करने की खुली चेतावनी दी है।


इसके अलावा प्रज्ञा ठाकुर ने बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा के काफिले पर पश्चिम बंगाल में हुए हमले को लेकर बंगाल के मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर तंज कसते हुए कहा कि वह पागल हो गई है, तिलमिला गई है, वो हताश हो गई है। क्योंकि उनको लगने लगा है कि उनका शासन खत्म होने वाला है। उनको समझ लेना चाहिए कि जहां पर वह शासन कर रही हैं वह भारत है, पाकिस्तान नहीं.’’


इसके अलावा देशभर मे चल रहे कृषि कानूनों के खिलाफ चल रहे आंदोलन को लेकर विवादित बयान दिया है। प्रज्ञा सिंह ने कहा है, ‘किसान आंदोलन के पीछे किसान नहीं, बल्कि किसानों के वेश में वामपंथी और कांग्रेसी लोग छिपे हुए हैं। ये लोग देश विरोधी हैं और ऐसे लोगों को सजा मिलना चाहिए। बिना देर किये इन्हें जेल में डाल देना चाहिए।