मोदी सरकार के बजट से निराश हुए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, वसुंधरा राजे ने बजट को भारत की अपेक्षाओं पर खरा उतरने वाला बताया
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सोमवार को एक बयान में कहा कि केंद्रीय बजट से प्रदेश की जनता को निराशा हुई है। बजट से राजस्थान को बहुत उम्मीदें थी।
केन्द्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की ओर से सोमवार को पेश किए गए केन्द्रीय बजट पर कांग्रेस व भाजपा के नेताओं ने अलग-अलग प्रतिक्रिया दी है। मुख्यमंत्री गहलोत ने जहां बजट को निराशावादी बताया है, वहीं पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने इसे विकास की नई परिभाषा लिखने वाला करार दिया है।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सोमवार को एक बयान में कहा कि केंद्रीय बजट से प्रदेश की जनता को निराशा हुई है। बजट से राजस्थान को बहुत उम्मीदें थी। उन्होंने कहा कि बजट का पूरा फोकस सिर्फ चुनावी राज्यों पर रहा है। यह केंद्रीय बजट पांच चुनावी राज्यों का बजट है। बुरे दौर से गुजर रही अर्थव्यवस्था के लिए बजट में कुछ भी नहीं है। उन्होंने कहा कि बजट में पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना को राष्ट्रीय परियोजना का दर्जा मिलने की उम्मीद थी, वो भी नहीं हुआ। हर घर में नल योजना में राजस्थान को विशेष दर्जा मिलने की उम्मीद भी पूरी नहीं हुई। पेट्रोल और डीजल से लोगों को राहत नहीं दी गई।
पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने कहा कि देश का आम बजट लोकतंत्र के पवित्र मूल्यों को समर्पित बजट है। इसके लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण का आभार. यह आत्मनिर्भर भारत की अपेक्षाओं पर खरा उतरने वाला बजट है.
पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट ने कहा कि बजट में कोई ठोस दिशा नहीं है। उन्होंने कहा कि केंद्रीय बजट में स्पष्ट तौर पर दिखाई दे रहा है कि देश की आर्थिक स्थिति चिंताजनक है। सरकार के पास कोई ठोस दिशा नहीं है। बजट महंगाई बढ़ाने वाला है। इसमें किसानों व बेरोजगारों के लिए कुछ भी नहीं है।
राजे ने कहा कि देश के विकास की नई परिभाषा लिखने वाले इस बजट (Budget2021) में किसानों, युवाओं, महिलाओं, व्यापारियों, आदिवासियों सहित सभी वर्गों का ख़याल रखा गया है। जिससे आम लोगों के जीवन के साथ-साथ भारतीय अर्थव्यवस्था में भी सकारात्मक और व्यापक बदलाव आएगा.
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि यह बजट स्वस्थ, शिक्षित व उन्नत भारत की दिशा में एक मजबूत क़दम है। जिससे युवा वर्ग को सीधे तौर पर फायदा होगा, देश का विकास नई बुलंदियों को छुएगा तथा भारत को पुनः विश्व गुरु बनाने में मदद मिलेगी.