अब मथुरा-काशी बनेगा यूपी चुनाव 2022 का मुद्दा, केशव प्रसाद के ट्वीट से मचा बवाल
भारतीय जनता पार्टी एक बार फिर हिंदुत्व का सियासी एजेंडा सेट कर रही है.
उत्तर प्रदेश में कुछ महीने बाद होने वाले विधानसभा चुनाव 2022 का बिगुल बज चुका है. राजनीतिक दल अपनी सत्ता को बरकरार करने के लिए जद्दोजहद कर रही हैं, वही भारतीय जनता पार्टी एक बार फिर हिंदुत्व का सियासी एजेंडा सेट कर रही है. अयोध्या में राम मंदिर के बाद अब मथुरा के श्रीकृष्ण जन्मभूमि विवाद के मुद्दे को भुनाने की तैयारी कर रही है. इसी कड़ी में उत्तर प्रदेश के उप-मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के ट्वीट से राजनीति में बवाल मचा दिया है.
डिप्टी सीएम ने बुधवार को ट्वीट किया है कि 'अयोध्या काशी भव्य मंदिर निर्माण जारी है, मथुरा की तैयारी है. जय श्री राम, जय शिव शम्भू, जय श्री राधे कृष्ण. उनके इस ट्वीट के बाद कई कयास लगने शुरू हो गए हैं'.
बता दें कि उत्तर प्रदेश में राम जन्मभूमि विवाद सुलझने के बाद से अब मथुरा श्रीकृष्ण जन्मभूमि का विवाद गहराने लगा है. बता दें कि श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र न्यास के न्यासी जगदगुरु स्वामी वासुदेवानंद सरस्वती ने भी पहले बयान दिया था कि अयोध्या के बाद काशी -मथुरा की ही बारी है. भव्य राम मंदिर निर्माण के बाद काशी और मथुरा को भी मुक्त कराया जाएगा. उन्होंने कहा था कि पहले राम जन्मभूमि पर मंदिर का निर्माण कराया जाएगा. राम मंदिर बनने के बाद काशी विश्वनाथ और मथुरा की कृष्ण जन्मभूमि को मुक्त कराने के लिए काम किया जाएगा. इसे कोई रोक नहीं सकता है.
गौरतलब है कि श्रीकृष्ण जन्मभूमि को लेकर शाही ईदगाह के साथ विवाद चल रहा है. श्रीकृष्ण के भक्तों ने मथुरा में श्रीकृष्ण जन्मस्थान परिसर में मुगल शासक औरंगजेब के कार्यकाल में बने शाही ईदगाह मस्जिद को वहां से हटाने की मांग की है. साथ ही दावा भी किया गया कि मंदिर परिसर का प्रशासन संभालने वाले श्रीकृष्ण जन्मस्थान सेवा संस्थान ने संपत्ति के लिए शाही ईदगाह ट्रस्ट से एक अवैध समझौता किया.