डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने फिर जताई उम्मीद, किसानों के साथ जल्द होगी अगले दौर की बातचीत- निकलेगा समाधान

कृषि कानूनों के विरोध के बीच हरियाणा के डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने एक बार फिर उम्मीद जताई कि जल्द ही सरकार और किसानों के बीच बातचीत होगी.

डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने फिर जताई उम्मीद, किसानों के साथ जल्द होगी अगले दौर की बातचीत- निकलेगा समाधान

केंद्र की ओर से पारित तीन विवादित कृषि कानूनों को निरस्त करने की मांग को लेकर जारी किसानों का आंदोलन तेज होता जा रहा है। इस बीच सरकार की तरफ से समाधान निकालने को लेकर हर तरह की कोशिशें भी जारी हैं। कृषि कानूनों के विरोध के बीच हरियाणा के डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने एक बार फिर उम्मीद जताई कि जल्द ही सरकार और किसानों के बीच बातचीत होगी. उन्होंने कहा कि केंद्रीय कृषि मंत्री और गृह मंत्री लगातार मुद्दे पर चर्चा कर रहे हैं. दुष्यंत चौटाला ने कहा कि कृषि मंत्री और गृह मंत्री इस मुद्दे पर लगातार चर्चा कर रहे है। अगले दौर की चर्चा जल्द ही होगी। मुझे उम्मीद है कि इससे पहले बातचीत के लिए जो 40 संगठन आए थे वे भी वार्ता के अगले दौर में शामिल होंगे और एक निष्कर्ष निकलेगा।


गौरतलब है कि किसानों के आंदोलन की तीव्रता को देखते हुए बीजेपी के साथ ही अन्य राज्यों में उसके सहयोगी दलों पर दबाव बढ़ता जा रहा है। इसी का नतीजा है कि हरियाणा में बीजेपी के साथ सरकार में शामिल जेजेपी नेता दुष्यंत चौटाला पिछले कुछ दिनों से लगातार सक्रिय हैं और किसानों के मुद्दे पर सरकार के विभिन्न मंत्रियों से मुलाकात करने के बाद उन्होंने आज यह बयान दिया है।


आपको बता दें कि दुष्यंत चौटाला ने आज दिल्ली पहुंचे और केंद्रीय मंत्री मंत्री नितिन गडकरी से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने हरियाणा में चल रही अलग-अलग और प्रस्तावित सड़क परियोजनाओं पर चर्चा की। उधर आज केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर से ऑल इंडिया किसान को-ऑर्डिनेशन कमेटी से जुड़े दस संगठनों ने मुलाकात की। इन संगठनों ने नए कृषि कानूनों पर अपना समर्थन दिया. इस मुलाकात के बाद नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा, “आज ऑल इंडिया किसान समन्वय समिति के किसान आए थे। उन्होंने हमारे कृषि क़ानून का समर्थन किया है। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने नेक काम किया है।


बता दें कि आज दिल्ली बॉर्डर पर किसान आंदोलन का 19वां दिन है. नए कृषि कानूनों के विरोध में आंदोलनरत किसान संगठनों के प्रतिनिधि आज एक दिन के उपवास पर हैं.  सरकार के साथ वार्ता बेतनतीजा रहने के बाद किसानों ने आंदोलन को तेज कर दिया है. दिल्ली की सीमा पर जारी आंदोलन से और भी किसानों के जुड़ने की संभावना है. किसान नेताओं ने दावा किया कि देश के सभी जिला मुख्यालयों पर प्रदर्शन के आह्वान के तहत अनेक जिलों में भी विरोध प्रदर्शन चल रहा है.