Delhi Rain Update : दिल्ली में सितंबर की बारिश तोड़ने को है 121 सालों का रिकार्ड, जानिए कितनी हुई बारिश
मौसम विभाग के आंकड़ों के मुताबिक सितंबर माह में बारिश का आल टाइम रिकार्ड 1944 में 417.3 मिमी का है, जबकि इस साल बृहस्पतिवार शाम साढ़े पांच बजे तक दिल्ली में इस माह 404.1 मिमी बारिश दर्ज की जा चुकी है, जो 77 वर्षों में सबसे अधिक है
जिस सितंबर में मानसून चलाचली की बेला में होता है, उसी माह की बारिश इस साल 121 सालों का रिकार्ड तोड़ने की ओर अग्रसर है। महज 13.2 मिमी बारिश की कमी है जबकि 14 दिन शेष है। मौसम विज्ञानियों का भी कहना है कि यह रिकार्ड कभी भी टूट सकता है। मौसम विभाग के आंकड़ों के मुताबिक सितंबर माह में बारिश का आल टाइम रिकार्ड 1944 में 417.3 मिमी का है, जबकि इस साल बृहस्पतिवार शाम साढ़े पांच बजे तक दिल्ली में इस माह 404.1 मिमी बारिश दर्ज की जा चुकी है, जो 77 वर्षों में सबसे अधिक है।
हैरत की बात यह भी कि वर्ष 2019 में पूरे मानसून के दौरान ही दिल्ली में 404 मिमी बारिश रिकार्ड हुई थी। इस साल सितंबर की बारिश पिछले साल की तुलना में भी काफी अलग रही है, जब शहर में सामान्य 129.8 मिमी के मुकाबले माह भर में 20.9 मिमी बारिश हुई थी। दिल्ली में महीने की शुरुआत में लगातार दो दिन 100 मिमी से अधिक बारिश दर्ज की गई। एक सितंबर को 112.1 मिमी और 2 सितंबर को 117.7 मिमी। शनिवार (11 सितंबर) को 94.7 मिमी वर्षा दर्ज की गई।
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग के वरिष्ठ विज्ञानी डा आर के जेनामणि बताते हैं कि 1944 का आल टाइम रिकार्ड एक से 30 सितंबर तक का है जबकि इस साल अभी 16 सितंबर ही बीता है। 25 सितंबर तक लगातार बारिश होने का पूर्वानुमान है। कभी हल्की तो कभी तेज। इसके बाद भी छिटपुट बारिश की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता। ऐसे में सितंबर की आल टाइम बारिश का रिकार्ड टूटना करीब करीब तय है और यह अब किसी भी दिन टूट सकता है।
वहीं, स्काईमेट वेदर के उपाध्यक्ष (मौसम विज्ञान और जलवायु परिवर्तन) महेश पलावत ने बताया कि इस साल मानसून की अत्यधिक सक्रियता के लिए जलवायु परिवर्तन ही नहीं, हिंद महासागर और बंगाल की खाड़ी में हो रही तमाम हलचल भी अहम भूमिका निभा रही हैं। अभी कम से कम अगले दो सप्ताह तक और इन सभी परस्थितियों का असर देखने को मिलता रहेगा।