योगी सरकार ने लिया बड़ा एक्शन, गंगा किनारे शव दफन मामले को लेकर हटाए गए प्रयागराज के DM

इस मामले में यूपी सरकार की भी काफी फजीहत हुई थी। रेत के नीचे मुर्दे दफनाए जाने को लेकर फजीहत के बाद यूपी की योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली सरकार अब एक्शन मोड में आ गई है

योगी सरकार ने लिया बड़ा एक्शन, गंगा किनारे शव दफन मामले को लेकर हटाए गए प्रयागराज के DM

कोरोना वायरस की दूसरी लहर के दौरान बड़ी तादाद में मौतें हुईं। श्मशान पर शवों की अंत्येष्टि के लिए लंबी कतारें नजर आईं तो कई जगह शव गंगा में उतराए मिले। उत्तर प्रदेश की संगम नगरी प्रयागराज में गंगा के किनारे रेत के नीचे मुर्दों को दफनाने का मामला सामने आया था। इस मामले में यूपी सरकार की भी काफी फजीहत हुई थी। रेत के नीचे मुर्दे दफनाए जाने को लेकर फजीहत के बाद यूपी की योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली सरकार अब एक्शन मोड में आ गई है।

यूपी सरकार ने प्रयागराज के जिलाधिकारी (डीएम) भानु चंद्र गोस्वामी को हटा दिया है. प्रयागराज में गंगा की रेती पर मुर्दे दफनाए जाने के मामले में डीएम भानु चंद्र गोस्वामी पर गाज गिरी है। 2009 बैच के भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी भानु चंद्र गोस्वामी को प्रयागराज के जिलाधिकारी पद से हटाकर ग्रामीण सड़क अभियंत्रण का सीईओ बनाया गया है।


भानु चंद्र गोस्वामी की जगह 2010 बैच के आईएएस संजय कुमार खत्री को प्रयागराज का जिलाधिकारी बनाया गया है। संजय कुमार खत्री जल निगम के संयुक्त प्रबंध निदेशक पद पर तैनात थे। गौरतलब है कि प्रयागराज के श्रृंगवेरपुर में गंगा नदी के तट पर बड़ी तादाद में मुर्दे दफनाए गए थे। तेज हवा और बारिश के कारण रेत हटने लगी तो हालात खराब हो गए और यह मामला सुर्खियों में आ गया था।

इसे लेकर सरकार पर भी चौतरफा हमले हुए. विपक्षी दलों की ओर से भी सवाल उठाए गए। बाद में आध्यात्मिक महत्व के श्रृंगवेरपुर घाट पर रेत के नीचे शव दफन करने पर रोक लगी। प्रशासन ने आनन-फानन में शव दफनाने पर रोक लगाने के साथ ही घाट पर विद्युत शवदाह गृह के निर्माण के लिए शासन को प्रस्ताव भेजा. अब डीएम पर गाज गिर गई है।