Rajasthan: बाड़ाबंदी में एक दूसरे से ही भिड़े गहलोत-पायलट गुट के पार्षद, एक-दूसरे पर बरसाए पत्थर
बाड़ाबंदी में बंद दो पार्षदों को लेने के लिये सरदारशहर से कुछ लोग खाटूश्यामजी पहुंचे. इसी दौरान दोनों पक्षों के पार्षदों ने एक दूसरे पर पत्थरबाजी शुरू कर दी.
निकाय चुनाव के बाद जीते हुये पार्षदों की चल रही बाड़ाबंदी में भी गुटबाजी खुलकर सामने आ रही है. ऐसा ही एक मामला सीकर जिले के खाटूश्याम जी में सामने आया है. यहां चूरू की सरदारशहर नगरपालिका (Sardarshahar Municipality) के लिये चुने गये कांग्रेस के पार्षदों की बाड़ाबंदी गई है, लेकिन आलम यह है कि बाड़ाबंदी में गुटबाजी चरम पर है. सीकर के खाटूश्यामजी में गहलोत और पायलट गुट के पार्षद (Parshad Clash) आपस में ही भीड़ गए.
दरअसल खाटूश्यामजी के एक धर्मशाला में कांग्रेस ने अपने पार्षदों की बाड़ाबंदी की हुई है. इस दौरान बाड़ाबंदी में बंद दो पार्षदों को लेने के लिये सरदारशहर से कुछ लोग खाटूश्यामजी पहुंचे. इसी दौरान दोनों पक्षों के पार्षदों ने एक दूसरे पर पत्थरबाजी शुरू कर दी. पार्षदों ने बाहर खड़े लोगों पर पत्थर और गमले फेंकने शुरू कर दिए. सूचना पाकर मौके पर पुलिस भी पहुंची, लेकिन किसी भी पक्ष ने किसी के खिलाफ कोई मामला दर्ज नहीं कराया है. विवाद के दो कारण सामने आ रहे हैं. इनमें निकाय प्रमुख पद के विवाद को लेकर नामांकन और दूसरा एक गुट द्वारा जबर्दस्ती दूसरे गुट के पार्षद को अपने पक्ष में करने की कोशिश बताई जा रही है.
धर्मशाला में ठहरे पार्षदों ने बाहर खड़े लोगों पर पत्थर फेंके. मारपीट की सूचना मिलते ही थानाधिकारी पूजा पुनिया मौके पर पहुंचीं और उन्हें समझाने का प्रयास किया. बाहर से आये लोगों ने धर्मशाला में बंद दो पार्षद शिवभगवान सैनी और राजकुमारी को अपरहण कर लाये जाने का आरोप लगाया. जिसके बाद थानाधिकारी ने दोनों पार्षदों के बयान लिए. जिस पर इस पर पार्षदों ने स्वेच्छा से वहां रुके रहने की बात कही.
फिलहाल धर्मशाला में रुके हुए पार्षदों ने एक दूसरे के खिलाफ कोई मामला नहीं दर्ज करवाया है. हालांकि रींगस पुलिस उपाधीक्षक बनवारीलाल धायल ने हालात को देखते हुए अतिरिक्त जाप्ता लगाकर दोनों गुटों को पाबंद किया है.