Coronavirus को लेकर हुआ बड़ा खुलासा, दिमाग पर कर रहा गहरा असर, 5 साल कम हो रही मस्तिष्क की उम्र
वैज्ञानिकों के शोध में पता चला है कि वायरस मरीज के फेफड़े के साथ मस्तिष्क पर भी गहरा असर डालता है
कोरोना वायरस का कहर लगातार जारी है। कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों की संख्या में जिस तेजी से इजाफा हो रहा है उसे देखने के बाद वैज्ञानिक वायरस के बारे में और जानकारी इकट्ठा करने लगे हैं। वैज्ञानिकों के शोध में पता चला है कि वायरस मरीज के फेफड़े के साथ मस्तिष्क पर भी गहरा असर डालता है। विशेषज्ञों के मुताबिक संभव है कि संक्रमण के चलते मस्तिष्क की उम्र 5 साल तक कम हो जाए। इससे कई तरह की तकलीफें भी देखने को मिल सकती हैं।
कोरोना मरीजों में हो रहे बदलावों पर नजर रख रहे लखनऊ के आरएमएल अस्पताल के न्यूरो सर्जरी विभाग के हेड डॉ. दीपक कुमार सिंह ने बताया कि मस्तिष्क की उम्र घटना किसी के लिए अच्छा नहीं होता। इससे अल्जाइमर, पार्किंसन और डिमेंशिया जैसी दिक्कतें आ सकती हैं। डॉ. दीपक ने बताया कोरोना संक्रमित मरीजों में स्ट्रोक के मामले काफी हैं। यह स्ट्रोक संक्रमण की वजह से दिमाग पर गहरा असर छोड़ रहे हैं।
डॉ. दीपक ने बताया कि वायरस सीधे तौर पर मस्तिष्क की रक्त वाहिकाओं की इंडोलिथियम पर हमला करता है। इससे नसों में थून के थक्के बनने लगते हैं और स्ट्रोक होता है। बता दें कि इंडोलिथिम नसों में खून को जमने नहीं देता है। ऐसे में अगर मरीज को 4 घंटे के अंदर इंजेक्शन नहीं दिया गया तो उसे बचाना मुश्किल होता है।