America Coronavirus : अमेरिका में कोरोना का कहर, बच्चे हो रहे हैं तेजी से संक्रमित, जानिए कितने आ रहे हैं रोजोना मामले

हेल्‍थ डिपार्टमेंट के मुताबिक इसकी वजह से देश में कोरोना के मामले पिछले माह के मुकाबले दोगुना हो गए हैं

America Coronavirus : अमेरिका में कोरोना का कहर, बच्चे हो रहे हैं तेजी से संक्रमित, जानिए कितने आ रहे हैं रोजोना मामले

अमेरिका में तेजी से कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं। बीते 24 घंटों के दौरान यहां पर एक लाख मामले सामने आए हैं। देश में आठ माह के दौरान कोरोना के नए मरीजों का ये सबसे बड़ा आंकड़ा है। यूएस के डिपार्टमेंट आफ हेल्‍थ एंड ह्यूमन सर्विस के मुताबिक देश में डेल्‍टा वैरिएंट के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। देश में सामने आने वाले मामलों में इसका सबसे बड़ा हाथ है। हेल्‍थ डिपार्टमेंट के मुताबिक इसकी वजह से देश में कोरोना के मामले पिछले माह के मुकाबले दोगुना हो गए हैं। 

सेंटर फार डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन के आंकड़ों के मुताबिक पिछले माह तक देश के अस्‍पतालों में औसतन हर रोज 500 मरीज भर्ती हो रहे थे, लेकिन अब इनकी संख्‍या कहीं-कहीं दोगुने से भी अधिक हो गई है। इससे पहले 6 जनवरी को देश में सबसे अधिक 132051 मामले सामने आए थे। वैक्‍सीन की बात करें तो इस वर्ष की शुरुआत में अमेरिका ने अपने वैक्‍सीनेशन प्रोग्राम में तेजी की थी।  

28 जून को देश में सबसे कम 13843 मामले सामने आए थे। जुलाई के बाद देश में डेल्‍टा वैरिएंट के तेजी बढ़ने के बाद से अमेरिका में हालात खराब हुए हैं। दक्षिण अमेरिका फिलहाल कोरोना का केंद्र बना हुआ है। यदि बात की जाए कि किस राज्‍य में सबसे अधिक मामले सामने आए हैं तो इसमें फ्लोरिडा का नाम सबसे आगे है। इसके बाद टेक्‍सास और फिर कैलीफार्निया का नाम आता है। अल्‍बामा, फ्लोरिडा और जार्जिया के अस्‍पतालों की इंटेंसिव केयर यूनिट के करीब 95 फीसद बेड पूरी तरह से भरे हुए हैं।

28 जून को देश में सबसे कम 13843 मामले सामने आए थे। जुलाई के बाद देश में डेल्‍टा वैरिएंट के तेजी बढ़ने के बाद से अमेरिका में हालात खराब हुए हैं। दक्षिण अमेरिका फिलहाल कोरोना का केंद्र बना हुआ है। यदि बात की जाए कि किस राज्‍य में सबसे अधिक मामले सामने आए हैं तो इसमें फ्लोरिडा का नाम सबसे आगे है। इसके बाद टेक्‍सास और फिर कैलीफार्निया का नाम आता है। अल्‍बामा, फ्लोरिडा और जार्जिया के अस्‍पतालों की इंटेंसिव केयर यूनिट के करीब 95 फीसद बेड पूरी तरह से भरे हुए हैं।