कोरोना के ताबूत में आखिरी कील होगी वैक्सीन, स्वास्थ्य मंत्री ने कहा-दुष्प्रचार के कारण लोगों में वैक्सीन को लेकर झिझक है

हर्षवर्धन ने कहा है कि टीकाकरण कोरोनावायरस के ताबूत में आखिरी कील साबित होगा. उन्होंने जानकारी दी कि अबतक देश में करीब 8 लाख लोगों को टीका लगाया जा चुका है.

कोरोना के ताबूत में आखिरी कील होगी वैक्सीन, स्वास्थ्य मंत्री ने कहा-दुष्प्रचार के कारण लोगों में वैक्सीन को लेकर झिझक है

देश में 16 जनवरी को शुरू हुए भारत में कोरोना वैक्सीनेशन के बाद देश भर में करीब 8 लाख स्वास्थ्य कर्मचारियों खुराख दी जा चुकी है। वहीं बुधवार को शाम 6 बजे तक 1 लाख से ज्यादा लोगों को खुराख दी गई। हर्षवर्धन ने कहा है कि टीकाकरण कोरोनावायरस के ताबूत में आखिरी कील साबित होगा. उन्होंने जानकारी दी कि अबतक देश में करीब 8 लाख लोगों को टीका लगाया जा चुका है. वह बोले कि इनमें से गिनती के लोगों में साइड इफेक्ट देखने को मिले हैं जो साधारण तौर पर सामान्य वैक्सीन में भी हो जाते हैं. उन्होंने कहा कि सरकार चाहती है कि जिन लोगों के मन में दुष्प्रचार के कारण गलतफहमी हुई है, उनको भी वैक्सीन नहीं लेने के कारण कोई नुकसान नहीं होना चाहिए।


कोरोना वैक्सीन को लेकर तरह-तरह अफवाह सामने आ रहे हैं। कोरोना वैक्सीन लेने के चार लोगों की मौत के दावे के बाद ये अफवाह और भी बढ़ गई है। हालांकि स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि चार में तीन लोगों की जान वैक्सीन लेने की वजह से नहीं गई है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि COVID19 के ताबूत में टीकाकरण अंतिम कील होगा. यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि कुछ लोग राजनीतिक कारणों से टीकाकरण के बारे में गलत जानकारी फैला रहे हैं. डॉ. हर्षवर्धन ने आगे कहा कि कुछ लोगों के दुष्प्रचार के कारण समाज के एक वर्ग में वैक्सीन को लेकर झिझक पैदा हुई.


पिछले पांच दिनों देश भर से टीकाकरण के बाद कम से कम 600 प्रतिकूल घटनाएं सामने आई है। जानकारी के मुताबिक जो दुनिया में सबसे कम है। वहीं बुधवार कोवैक्सीन साइड इफेक्ट के 82 मामले सामने आई है। टीकाकरण के बाद इफेक्ट घटना के कारण अब तक छह राज्यों में 10 लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जिनमें से सात को छुट्टी दे दी गई है।