किसान आंदोलन के पीछे CAA-NRC विरोधी ताकतों का षड्यंत्र: स्वतन्त्र देव सिंह

देश की राजधानी दिल्ली की सीमाओं पर कृषि सुधार कानून को लेकर किसानों का आंदोलन गुरुवार को 22वें दिन जारी है. इसी बीच जारी किसान आंदोलन पर बीजेपी (BJP) प्रदेश अध्यक्ष स्वतन्त्र देव सिंह (Swatantra Dev Singh) का बड़ा बयान सामने आया है

किसान आंदोलन के पीछे CAA-NRC विरोधी ताकतों का षड्यंत्र: स्वतन्त्र देव सिंह

देश की राजधानी दिल्ली की सीमाओं पर कृषि सुधार कानून को लेकर किसानों का आंदोलन गुरुवार को 22वें दिन जारी है. इसी बीच जारी किसान आंदोलन पर बीजेपी (BJP) प्रदेश अध्यक्ष स्वतन्त्र देव सिंह (Swatantra Dev Singh) का बड़ा बयान सामने आया है.

यूपी बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष स्वतन्त्र देव सिंह ने आरोप लगाया है कि किसानों के आन्दोलन के पीछे सीएए (CAA) और एनआरसी (NRC) के आन्दोलन में लगी ताकतें ही षडयंत्र कर रही हैं. उन्होंने आंदोलन के पीछे नक्सलवादी, कम्युनिस्ट और माओवादी शक्तियां होने की भी बात कही.

स्वतन्त्र देव सिंह ने कहा कि नक्सलवादी, कम्युनिस्ट और माओवादी शक्तियां हमेशा देश के खिलाफ रहती हैं और इन आन्दोलन के पीछे भी उन्हीं की साजिश है. ये लोग ही किसानों में भ्रम फैलाकर उन्हें गुमराह कर रही हैं. उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार की ओर से लागू किया गया कृषि सुधार कानून पूरी तरह से किसानों के हित में हैं. छह माह पहले कृषि सुधार कानून पास हो चुका है.

लेकिन, जब-जब चुनाव नजदीक आते हैं, विपक्षी राजनीतिक दल इस तरह के आन्दोलन खड़ा करते हैं. उन्होंने कहा कि किसानों को अगर समस्या का हल निकालना है तो सरकार बातचीत के लिए तैयार है. बातचीत से ही इस समस्या का हल निकल सकता है, लेकिन अगर उन्हें जबरदस्ती करनी है तो बात दूसरी है.

स्वतन्त्र देव सिंह ने आरोप लगाया कि कांग्रेस, सपा और बसपा पर किसानों को गुमराह करने में लगे हैं. उन्होंने कहा कि इन्होंने कभी किसानों का हित नहीं देखा, बल्कि हमेशा किसानों को लूटा है. बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि जो लोग हाथरस कांड में थे, वही लोग किसान आन्दोलन को भी हवा दे रहे हैं. उन्होंने कहा कि कृषि सुधार कानून को कई किसान संगठनों ने समर्थन भी दिया है.

जबकि कई किसान संगठन लगातार इसका विरोध कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि सरकार किसानों से बातचीत और समस्या का समाधान करने के लिए हर स्तर पर बातचीत को तैयार है. केन्द्रीय कृषि मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर, केन्द्रीय मंत्री पीयूष गोयल और पीएम मोदी भी किसानों की समस्या के समाधान को लेकर हर स्तर पर बातचीत करने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं.