भाजपा के आंदोलन पर कांग्रेस का तंज: वसुंधरा के देव दर्शन यात्रा के दौरान भाजपा का हल्ला बोल, मंत्री खाचरियावास ने उठाए सवाल

परिवहन मंत्री प्रतापसिंह खाचरियावास ने कहा है कि भाजपा का आंदोलन और हल्ला बोल कार्यक्रम वसुधंरा राजे की धार्मिक यात्रा को चुनौती देने के लिए रखा गया है।

भाजपा के आंदोलन पर कांग्रेस का तंज: वसुंधरा के देव दर्शन यात्रा के दौरान भाजपा का हल्ला बोल, मंत्री खाचरियावास ने उठाए सवाल

गहलोत सरकार के खिलाफ शनिवार से शुरू हो रहे भाजपा के आंदोलन पर कांग्रेस ने तंज कसा है। परिवहन मंत्री प्रतापसिंह खाचरियावास ने कहा है कि भाजपा का आंदोलन और हल्ला बोल कार्यक्रम वसुधंरा राजे की धार्मिक यात्रा को चुनौती देने के लिए रखा गया है। वसुंधरा राजे सिंधिया के द्वारा अपने समर्थकों के साथ धार्मिक यात्रा की घोषणा करने से भाजपा की राजनीति में दो फाड़ हो गए हैं।

खाचरियावास ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि राजे की धार्मिक यात्रा को रोकने के लिए राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा जयपुर आए थे. उन्होंने दोनों गुटों में सुलह कराने के लिए मीटिंग भी की. हाथ भी खडे़ कराए, लेकिन भाजपा नेताओं (BJP HallaBol) के मतभेद और खुलकर सामने आ गए. वसुंधरा राजे की धार्मिक यात्रा 7 मार्च से पहले ही घोषित कर दी गई थी, उसके जवाब में भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष और उनके विरोधी गुट ने धार्मिक यात्रा के जवाब में 6 मार्च से प्रदेश स्तर के कार्यक्रम घोषित कर दिए.

 प्रदेश में चार विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव में कांग्रेस को मात देने के लिए प्रदेश भाजपा ने आज से कांग्रेस सरकार के खिलाफ सप्ताह भर के आंदोलन की शुरुआत करने जा रही है. भाजपा ने सात दिन के आंदोलन के लिए फेजवार कार्यक्रमों की रूपरेखा बनाई है. आंदोलन की शुरुआत आज जिला बैठकों से होगी तो वहीं 7 मार्च को वर्चुअल तरीके से आंदोलन की शुरुआत करके बाद में इसे फील्ड तक ले जाने की रणनीति बनाई है. 07 और 08 मार्च को प्रदेशभर में मण्डल बैठकें होगी, 09 से 14 मार्च तक पांच दिन सड़क का आंदोलन शुरू होगा.

वसुंधरा की धार्मिक यात्रा को असफल बनाने की साजिश बताते हुए खाचरियावास ने कहा कि यह कार्यक्रम प्रदेश की जनता के मुददों को लेकर विपक्ष की भूमिका निभाने के लिए नहीं है. बल्कि वसुंधरा राजे के धार्मिक कार्यक्रम को असफल करने के लिए किया गया है. भाजपा नेताओं का आपसी कलह से और कांग्रेस के अच्छे बजट से दिमागी संतुलन गड़बड़ा गया है. अब वसुंधरा राजे के समर्थक और भाजपा संगठन में काबिज नेता एक दूसरे को नीचा दिखाने के लिए अपनी-अपनी ताकत का प्रदर्शन करने में लगे हुए हैं. इससे साफ जाहिर है कि भाजपा अपनी अंदरूनी कलह के बीच में व्यक्तिगत अहम की लड़ाई में फंसकर रह गई है.

भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया का कहना है कि गहलोत सरकार ने दो साल से ज्यादा वक्त बीत जाने के बावजूद जनता से किए वादे पूरे नहीं किए हैं. इसलिए प्रदेश सरकार के खिलाफ पहले फेज मेें मंडल स्तर पर आंदोलन होगा और इसके बाद जयपुर में दो लाख की विशाल सभा करके जनता से वादाखिलाफी पर सरकार को घेरा जाएगा. वहीं प्रवक्ता रामलाल शर्मा ने कहा कि गहलोत सरकार जनता की उपेक्षा कर रही है, वादाखिलाफी कर रही है. कानून व्यवस्था सहित हर मुद्दे पर सरकार विफल है. शर्मा ने कहा कि प्रदेश में जब भाजपा की सरकार थी, तब कई लोककल्याणकारी योजनाएं हमने शुरू की थी, वर्तमान सरकार ने भी उन लोककल्याणकारी योजनाओं को या तो बंद कर दिया या उन योजनाओं में 80 प्रतिशत की कटौती करके सिर्फ नाममात्र की योजनाएं रखने का काम सरकार ने किया है.