MP में किसानों के समर्थन में कांग्रेस का प्रदर्शन: पुलिस ने छोड़े आंसू गैस के गोले, दिग्विजय सहित 20 नेता गिरफ्तार
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ की अगुआई में कार्यकर्ता भोपाल के जवाहर चौक पर जुटे। उन्हें राजभवन तक मार्च निकालना था।रोशनपुरा के पास ही कांग्रेसियों को रोक लिया गया...............
मध्य प्रदेश में किसान आंदोलन को लेकर सियासी हलचल तेज है। किसान आंदोलन के बहाने कांग्रेस पार्टी अपनी खोई हुई जमीन तलाश रही है। दिल्ली बॉर्डर पर करीब दो महीने से डटे किसानों के समर्थन में कांग्रेस ने विरोध प्रदर्शन का ऐलान किया। जिसके बाद कृषि कानूनों के विरोध राजधानी भोपाल में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने किसानों के समर्थन में प्रोटेस्ट मार्च निकाला। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ की अगुआई में कार्यकर्ता भोपाल के जवाहर चौक पर जुटे। उन्हें राजभवन तक मार्च निकालना था।रोशनपुरा के पास ही कांग्रेसियों को रोक लिया गया। पुलिस ने लाठियां भांजी और वॉटर कैनन भी चलाई। पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह, उनके बेटे जयवर्धन समेत 20 नेताओं को गिरफ्तार किया गया।
#WATCH Madhya Pradesh: Police use water cannons to disperse Congress workers who were taking out a march from Jawahar Chowk to Raj Bhavan in Bhopal, in the support of farmers. pic.twitter.com/7Jz6s5tdpv
— ANI (@ANI) January 23, 2021
आपको बता दें कि पूरे घटनाक्रम पर पूर्व मुख्यमंत्री और पीसीसी चीफ कमलनाथ ने शिवराज सरकार और पुलिस पर जमकर नाराजगी जाहिर की है। वहीं कांग्रेस ने इसे ब्रिटिश राज करार दिया है। कमलनाथ ने सोशल मीडिया अकाउंट पर लिखा, ‘शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे हजारों किसान भाइयों और कांग्रेसजनों पर शिवराज सरकार के इशारे पर बर्बर लाठीचार्ज किया गया। आंसू गैस के गोले छोड़े और वॉटर कैनन भी चलाई।’ अगले ट्वीट में कमलनाथ ने लिखा है कि इस लाठीचार्ज में कई किसान भाइयो, कांग्रेसजनों, महिलाओं और मीडिया के साथियो को चोटे आई है। उनके स्वस्थ होने की कामना करता हूं। किसानों के समर्थन में हमारा संघर्ष जारी रहेगा। हम ऐसे दमन से डरने-दबने वाले नहीं है।
वहीं एमपी कांग्रेस ने ट्वीट कर लिखा है कि शिवराज की तानाशाही, कांग्रेस कार्यकर्ताओं का खून बहाया। शिवराज जी किसानों के समर्थन में शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे कांग्रेस कार्यर्ताओं के खून की हर बूंद देश के लोकतंत्र और संविधान की रक्षा करेगी। कांग्रेस है तो लोकतंत्र है। इसके अलावा आपको बता दें कि बीजेपी भी प्रदेश में किसानों को साधने में जुट गई है। पार्टी ने अब किसानों के घर घर पहुंचकर समझाने में लगी है कि नए कृषि कानून उनके लिए फायदेमंद है। पर्चे छपवा कर किसानों के घर तक पहुंचकर कृषि कानून के फायदे बता रही है।
राजभवन कूच करने से पहले पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा- केंद्र ने किसानों के लिए काले कानून बनाए हैं. मैंने अपने समय में MSP के लिए केंद्र सरकार से लड़ाई लड़ी थी. क्या दिल्ली में बैठे किसानों में बुद्धि नहीं है, कि वे क्या कर रहे हैं? ये कानून अमल में आए तो मंडियों को बड़े-बड़े उद्योगपति अपनी चपेट में ले लेंगे. उन्होंने कहा कि किसान उद्योगपतियों का बंधुआ मजदूर बन जाएगा. हम एकत्रित हुए हैं देश के सभी किसानों के लिए. कांग्रेस ने ऐलान किया है कि जब तक किसानों के मुद्दे पर केंद्र सरकार कोई फैसला नहीं करती, तब तक वो अपना आंदोलन जारी रखेगी.