Khwaja Garib Nawaz में पेश हुई कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गाँधी की चादर, पढ़ा गया संदेश
अजमेर स्थित प्रसिद्ध सूफी संत हजरत ख्वाजा मोइनुद्दीन हसन चिश्ती के 809वें उर्स के मौके पर आज कांग्रेस की राष्ट्रीय सोनिया गांधी और पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी की ओर से दरगाह में चादर पेश की गई.
प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत आज ख्वाजा गरीब नवाज की दरगाह में कांग्रेस राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) और पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) की चादर लेकर पहुंचे. मजार शरीफ पर चादर पेश कर देश में अमन चैन और खुशहाली की दुआ मांगने के साथ ही सोनिया गांधी का संदेश भी पढ़ा गया.
अजमेर स्थित प्रसिद्ध सूफी संत हजरत ख्वाजा मोइनुद्दीन हसन चिश्ती के 809वें उर्स के मौके पर आज कांग्रेस की राष्ट्रीय सोनिया गांधी और पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी की ओर से दरगाह में चादर पेश की गई. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot), पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा, अल्पसंख्यक मंत्री साले मोहम्मद, कांग्रेस अल्पसंख्यक विभाग के राष्ट्रीय अध्यक्ष नदीम जावेद, खानू खान बुधवाली कांग्रेस नेता अश्क अली टाक सहित कई पदाधिकारियों ने दरगाह में चादर पेश कर अमन चैन की दुआ मांगी. ख्वाजा गरीब नवाज ने कड़ी मशक्कत और धक्का-मुक्की के बीच मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot)और अन्य नेताओं ने मजार-ए-शरीफ पर चादर पेश की चादर पेश करने के बाद खादिम गनी गुर्देजी के साथ ही अंजुमन और दरगाह कमेटी से सभी सदस्यों की दस्तारबंदी कर उन्हें तबर्रुक भेंट किया गया. इस मौके पर अल्पसंख्यक विभाग के राष्ट्रीय अध्यक्ष नदीम जावेद थे.
सोनिया गांधी ने पैगाम में लिखी यह बात
सोनिया गांधी का संदेश पढ़ते हुए देश में अमन चैन और भाईचारे का संदेश दिया. उन्होंने बताया कि कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने पैगाम में कहा कि वह खुश किस्मत हैं कि उन्हें ख्वाजा गरीब नवाज के 809 वें चादर पेश करने का मौका मिला. यह अकीदत और गंगा जमुनी तहजीब, कौमी एकता, भाईचारे, प्यार और मोहब्बत का स्थान है, जहां से सभी को भाईचारे का संदेश पहुंचता है और यहां आने वाली सभी जाए दिल की मुरादे पूरी होती हैं. सोनिया गांधी ने संदेश में कहा कि आज मुल्क मुश्किल हालात से गुजर रहा है. महामारी ने देश के हालात को खराब किया है, ऐसे में देश एक बार फिर तरक्की और खुशहाली की ओर बढ़े और देश में अमन चैन भाईचारा कायम हो और नफरत को जगह नहीं मिले, इसकी दुआ मांगी.