कर्नल किरोड़ी बैंसला:गुर्जर नेता ने फिर दी सरकार को आंदलोन की चेतावनी
जन्मदिन के मौके पर कर्नल किरोडी सिंह बैसला ने ये बड़ा बयान देकर एक बार फिर पूरे मामले को हवा दे दी है.
राजस्थान में सरकार चाहे किसी की रही हो लेकिन गुर्जरों का आंदोलन हर सरकार के लिए ही चुनौती का सबब बनता रहा है. लिहाजा इसी क्रम में एक बार फिर गुर्जर आरक्षण संघर्ष समिति के संयोजक कर्नल किरोड़ी बैंसला ने सरकार को आंदोलन की चेतावनी दी है. दरअसल जन्मदिन के मौके पर कर्नल किरोडी सिंह बैसला ने ये बड़ा बयान देकर एक बार फिर पूरे मामले को हवा दे दी है.
मुख्यमंत्री करेंगे इस पर अंतिम निर्णय
वहीं गुर्जर आंदोलन में शामिल तीन मृतक आश्रितों को नौकरी, मुआवजे और गुर्जरों पर केस वापस लेने का निर्णय अब मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के स्तर पर होगा. मामले की फाइल आनन फानन में गृह विभाग से मुख्य सचिव स्तर पर होते हुए मुख्यमंत्री कार्यालय पहुंचाई गई है.
मुद्दा:
वर्ष 2007 में गुर्जर आंदोलन के दौरान गोली लगने से घायल तीन गुर्जरों की पिछले दिनों मृत्यु हो गई थी. गुर्जर समाज तीनों मृतकों के आश्रितों को सरकारी नौकरी और मुआवजा देने की मांग कर रहा है. साथ ही एमबीसी आरक्षण के तहत भर्तियों में पांच प्रतिशत आरक्षण जल्द देने की भी मांग है.
मुआवजे पर फंसा है लंबे अर्से से पेंच
इधर गुर्जर तीनों मृतक गुर्जरों के मुआवजे के मामले में भी पेच फंसा हुआ है. गुर्जर प्रतिनिधियों का कहना है कि मुआवजा नहीं मिला जबकि जिला प्रशासन का कहना है कि घायलों को मुआवजा उपलब्ध करा दिया गया था. प्रशासन की उनके पास रसीदें पड़ी हुई है. वहीं, दूसरी ओर केसों को वापस लेने का मामला गृह विभाग में चल रहा है. दूसरी आरक्षण के मामले में कार्मिक विभाग को निर्णय लेना है. गृह विभाग और कार्मिक विभाग के प्रमुख मुख्यमंत्री अशोक गहलोत हैं. ऐसे में तीनों ही मामलों में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को अंतिम निर्णय लेना है.