नरेंद्र गिरि की मौत के मामले में शिष्य आनंद गिरि पर मुकदमा दर्ज, हरिद्वार से किया गया गिरफ्तार
आइजी रेंज केपी सिंह ने बताया कि वह भी कुछ ही देर में मठ पहुंच गए थे
देश भर में अपने बयान से सुर्खियों में रहने वाले अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि की सोमवार शाम संदिग्ध हालात में मौत हो गई। उनका शव अल्लापुर में श्री मठ बाघम्बरी गद्दी के कमरे में फंदे से लटका मिला। खबर मिलते ही पुलिस अधिकारी वहां पहुंच गए। आइजी रेंज केपी सिंह ने बताया कि वह भी कुछ ही देर में मठ पहुंच गए थे। फिलहाल यह फांसी लगाकर आत्महत्या का मामला लग रहा है। फोरेंसिक टीम ने घटनास्थल पर जांच की। पता चला कि शिष्यों ने दरवाजा तोड़कर शव को फंदे से उतारा। उनका शव पंखे में बंधे भगवा धोती के फंदे से लटका था। पुलिस को वहां आठ पेज का सुसाइड नोट मिला जिसमें आनंद गिरि समेत तीन लोगों से प्रताड़ित होने का जिक्र है।
देर रात एडीजी जोन प्रेम प्रकाश और मेडिकल कालेज के प्राचार्य डा.एसपी सिंह भी डाक्टरों की टीम के साथ पहुंचे। डाक्टरों ने शव का मुआयना किया और कहा कि नाक से खून रिसा है। गले में कसाव के निशान हैं। बाकी पोस्टमार्टम से साफ होगा। डा, एसपी सिंह का यह भी कहना था कि डाक्टरों की टीम केवल यह देखने गई थी कि शरीर में अकड़न न हो इसलिए पार्थिव शरीर को माइनस 2 डिग्री सेल्सियस टेम्परेचर में रखवा दिया गया है। बाकी पोस्टमार्टम से ही सही वजह पता चलेगी।
देर रात महंत नरेंद्र गिरि के पुराने शिष्य योग गुरू आनंद गिरि के खिलाफ दफा 306 के तहत एफआइआर थाना जार्जटाउन में दर्ज की गई। दफा 306 यानी आत्महत्या के लिए मजबूर कर देना। लेटे हनुमान मंदिर के व्यवस्थापक अमर गिरि की ओर से यह मुकदमा लिखा गया है। इसमें आरोप है कि आनंद की प्रताड़ना की वजह से ही महंत ने अपनी जान दे दी, हालांकि अभी पुलिस अधिकारियों का कहना है कि घटनास्थल पर की गई बारीक जांच और पोस्टमार्टम रिपोर्ट से ही महंत की मौत का सही कारण सामने आएगा।
इस बीच पुलिस अधिकारियों का कहना है कि पोस्टमार्टम से मौत की वजह साफ होगी। सुसाइट नोट की हैंड राइटिंग की भी जांच होगी। इस बीच हरिद्वार में महंत के विवादित शिष्य आनंद गिरि और प्रयागराज में दो अन्य शिष्यों मुख्य पुजारी आद्या तिवारी और संदीप तिवारी को पुलिस हिरासत में लिया है। इन तीनों का नाम सुसाइड नोट में है। उधर, आनंद गिरि के बारे में सूचना है कि उसे यूपी पुलिस हरिद्वार से हिरासत में लेकर साथ ले आई है।